UP Politics: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से नाराज बताए जा रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के संदर्भ में सूत्रों का दावा है कि वह नई पार्टी बना सकते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य के इस फैसले पर कांग्रेस ने पहली प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, 'ये समाजवादी पार्टी का अंदरूनी मामला है कि उनके यहां कौन रहता है, कौन जाता है और कौन अपनी पार्टी बनाता है. इससे कांग्रेस पार्टी का कुछ लेना-देना नहीं है.'
इससे पहले समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, 'उनकी सरकार न तो केंद्र में है और न ही प्रदेश में है, कुछ देने की हैसियत में नहीं है. उन्होंने जो भी दिया है वह मैं उन्हें सम्मान के साथ वापस कर दूंगा. मेरे लिए पद नहीं विचार मायने रखता है. अखिलेश यादव की कही हुई बात उन्हें मुबारक.'
स्वामी ने किया ये दावा
नई पार्टी के संदर्भ में स्वामी ने कहा , '22 फरवरी को दिल्ली में कार्यकर्ताओं का समागम होगा और उसी दिन फैसला सुनाया जाएगा.जब संगठन में ही भेदभाव है, एक राष्ट्रीय महासचिव का हर बयान निजी हो जाता है. जब पद में ही भेदभाव है और मैं भेदभाव के खिलाफ ही लड़ाई लड़ता हूं तो ऐसे पद पर रहने का औचित्य क्या है? इसलिए सारे विवरण का उल्लेख करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष को 13 तारीख को इस्तीफे का पत्र भेजा था, उन्होंने बात करना मुनासिब नहीं समझा इसलिए मैं कदम आगे बढ़ा रहा हूं. अब कार्यकर्ता तय करेंगे कि उन्हें क्या करना है.'
उधर,सपा नेता अखिलेश यादव ने भी नई पार्टी की चर्चाओं पर टिप्पणी की. यूपी के पूर्व सीएम ने स्वामी प्रसाद मौर्य की दूसरी पार्टी बनाने की चर्चाओं पर कहा कि किसी के मन में क्या है ? यह कौन सी मशीन बताएगी ? लाभ लेकर तो सब चले जाते हैं. उन्होंने कहा कि 2024 संविधान को बचाने का चुनाव है, इस देश के भविष्य को बचाने का चुनाव है. समाजवादी लोगों की जिम्मेदारी बड़ी है क्योंकि भाजपा ने सबसे ज्यादा धोखा गरीबों को दिया है.