उत्तर प्रदेश की सियासत में इन दिनों बयानों का दौर चल रहा है. बयान भी ऐसे कि सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर अमर्यादित आचरण का आरोप लगा रहे हैं. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा मठाधीश और माफिया वाली टिप्पणी के बाद यह सिलसिला ऐसा चला है कि अब यह थमने का नाम नहीं ले रहा है.


सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अयोध्या पहुंचे. यहां मिल्कीपुर में सभा के दौरान उन्होंने कहा कि जैसे कुत्ते की दुम सीधी नहीं हो सकती, वैसे सपा के गुंडे भी सीधे नहीं हो सकते. इसके बाद अखिलेश ने कहा कि कुछ लोग अपशब्दों का विश्व रिकॉर्ड बनाने लगे हैं. 


इतना ही नहीं शुक्रवार को ही कन्नौज सांसद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट की. इसमें उन्होंने लिखा 'भाषा से पहचानिए असली सन्त महन्त. साधु वेष में घूमते जग में धूर्त अनंत.'


अब इस बयान, आरोप प्रत्यारोप के सिलसिले में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी कूद पड़े हैं. उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव आप कांग्रेस के मोहरा और राहुल गांधी के दरबारी बनने के बाद से भाषा की मर्यादा भूल गए हैं और आपके बयानबाज़ी से केवल संपूर्ण संत समाज का ही नहीं प्रदेश की 25 करोड़ जनता का भी अपमान हो रहा है . ऐसे बयान के लिए आप सार्वजनिक रूप से क्षमा माँगें. आपकी भाषा ही सपा को समाप्त वादी पार्टी बनायेगी .


राजेश्वर सिंह ने भी बोला हमला
लखनऊ स्थित सरोजनी नगर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक राजेश्वर सिंह ने भी बिना नाम लिए अखिलेश पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा-  'जातिवाद' की राजनीति लोकतंत्र के  मस्तक पर सबसे बड़ा कलंक है! भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य की राह में सबसे बड़ी बाधा है 'जातिवाद'! 'जातिवाद' की राजनीति समाज में वैमनस्यता और विभाजन के बीज बोती है! 'जातिवाद' की जकड़न में कराहते लोकतंत्र को देखकर हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की आत्मा व्यथित हो जाती होगी! बीजेपी विधायक ने लिखा- 'जातिवाद' अशिक्षित नेताओं की  स्वकेंद्रित राजनीति का सबसे बड़ा हथियार है! जातिवाद की राजनीति एक जहर है!!


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