UP BJP News: उत्तर प्रदेश बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष का इंतजार बेसब्री से कार्यकर्ता और पदाधिकारी कर रहे हैं. इस बीच उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने ट्वीट किया जिसे लेकर खूब चर्चा हुई. ऐसा माना जा रहा था कि प्रदेश अध्यक्ष का नाम भी जल्द घोषित हो जाएगा लेकिन लिस्ट का इंतजार लंबा होता जा रहा है. हालांकि अब केशव प्रसाद मौर्य के इस ट्वीट का समर्थन वर्तमान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने भी किया.
ट्वीट में ये लिखा था
उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारे में आज दिनभर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट की चर्चा रही. जिसमें उन्होंने संगठन को सरकार से बड़ा बताया था. यह ट्वीट उन्होंने तब किया जब कल गाजियाबाद में नवनियुक्त महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने 2 क्षेत्रों की बड़ी बैठक बुलाई थी. इस बैठक में दोनों उपमुख्यमंत्री समेत सरकार के कई मंत्री, विधायक और सांसद शामिल हुए. इस ट्वीट के बाद कई सारे कयास लगाए जा रहे थे. माना जा रहा था कि जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष के नाम का औपचारिक ऐलान हो जाएगा लेकिन ऐसा आज भी नहीं हुआ. हालांकि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इस ट्वीट को आज बीजेपी के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का भी समर्थन मिला. आज जब स्वतंत्र देव सिंह से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट को लेकर सवाल पूछा गया. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि केशव प्रसाद मौर्य ने जो कहा वह सही कहा.
बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने ये कहा
स्वतंत्र देव सिंह ने ये भी कहा कि चाहे सरकार हो या संगठन हो दोनों का काम एक ही है जनता का विकास करना. संगठन मेहनत करता है तो सरकार बनती है और सरकार प्रदेश के विकास में लोगों के विकास के लिए काम करती है. स्वतंत्र देव सिंह ने पश्चिम क्षेत्र और ब्रज क्षेत्र की हुई बैठक के बाद इस बात का भी दावा किया कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 की 80 सीटें बीजेपी 2024 में जीतेगी. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट के बाद सत्ता के गलियारों में चर्चा थी कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के नाम का बस औपचारिक ऐलान होना ही बाकी है.
आज पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी इस लिस्ट का इंतजार करते रह गए लेकिन लिस्ट जारी नहीं हुई. 2024 के लोकसभा चुनाव के लिहाज से उत्तर प्रदेश बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इसीलिए पार्टी नया प्रदेश अध्यक्ष घोषित करने में किसी तरह की जल्दबाजी में नजर नहीं आ रही है. पार्टी की कोशिश है कि जाति, क्षेत्रीय समीकरणों के साथ-साथ अन्य समीकरणों को भी साधते हुए नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा की जाए. क्योंकि नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम में पार्टी की 2024 के चुनाव की रणनीति की झलक भी साफ दिखेगी.