Lucknow News: 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे देश में थर्ड फ्रंट की चर्चा हो रही है. ऐसे में कभी नीतीश कुमार (Nitish Kumar) थर्ड फ्रंट की अगुवाई करने वाले नेता माने जाते हैं तो कभी ममता बनर्जी. आज लखनऊ में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से मिलने पहुंचे. फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के बहुत करीबी थे. साथ ही कहा कि वो उन्हें सालों से जानते हैं.


जानिये थ्रड फ्रंट को लेकर क्या कहा?


नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं बहुत चाहता था कि मुलायम सिंह यादव भारत के प्रधानमंत्री बने लेकिन ऐसा नहीं हो सका. उन्होंने बताया कि वो नेता जी के साथ ही सांसद में बैठा करते थे. उन्होंने बताया कि वो मुलायम सिंह यादव के निधन पर नहीं आ सके थे इसलिए वो आज यहां पहुंचे हैं. फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि मैं यहां अपने बेटे की तरफ से, अपनी तरफ से और अपनी पार्टी की तरफ से आया हूं. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने यहां शोक मनाया और साथ ही मुलायम सिंह यादव की आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना भी किया. 


जब उनसे पूछा गया कि क्या नई पीढ़ी में अखिलेश यादव जैसा कोई नेता थर्ड फ्रंट की अगुवाई कर सकता है. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ऑल पार्टी मीटिंग में इस बात पर चर्चा करेंगे. देश की मौजूदा समस्याओं पर उन्होंने कहा कि देश में महंगाई बहुत है.


बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर थर्ड फ्रंट बनाने की बात चल रही है. बीते दिनों तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बिहार दौरे पर थे. इस बात के कई राजनीतिक मायने निकाले गए थे. गौरबतल है कि दिल्ली दौरे के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि थर्ड फ्रंट नहीं अब मेन फ्रंट बनेगा. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला का अखिलेश यादव से मुलाकात के क्या मायने सामने आते है.


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