Basti News: असम राज्य के प्रभारी और बीजेपी के दो बार सांसद रह चुके हरीश द्विवेदी चर्चाओ में हैं. पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी ने कहां की मुस्लिम समाज के लोग मुस्लिम त्योहार पर हिंदू भाइयों की दुकानों का बायकॉट करते हैं तो क्यों ना हम सनातनी अभी इस त्यौहार पर धनतेरस की खरीदारी विशेष समुदाय के लोगों की दुकानों से ना करके सनातनी और दिवाली के त्यौहार को मानने वाले भाइयों की दुकानों से ही कोई भी वस्तु खरीदें.
कहा कि कट्टरपंथी समाज के लोग एक प्लानिंग के तहत हिंदू की दुकानों का बाय कार्ड करते हैं तो फिर क्यों ना हिंदू समाज भी इन कट्टरपंथियों की दुकानों से खरीददारी ना करके इनका विरोध करे. हरीश द्विवेदी ने आम जनता से अपील भी किया कि दिवाली त्योहार को मानने वाले और हिंदू देवी देवताओं को मानने वाले लोग इस बार धनतेरस की खरीदारी सिर्फ और सिर्फ सनातनी भाइयों की दुकानों से ही करें.
मुस्लिम समाज को लोगों को हो उपेक्षा का एहसास
हरीश द्विवेदी ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उनका बयान समाज को बांटने वाला नहीं है. काफी समय से एक अभियान और प्लानिंग के तहत कट्टरपंथियों और विशेष समुदाय के द्वारा हिंदू समाज किया जा रहा है. उनकी सरकार से समाज में समाज में वैमनस्यता पैदा हो रही है तो उनका बयान कैसे किसी समुदाय के खिलाफ हो सकता है. वे तो सिर्फ सनातनी और हिंदू समाज के लोगों से अपील कर रहे हैं. ताकि मुस्लिम समाज के लोगों को भी यह एहसास हो सके कि उनकी उपेक्षा की जा रही है.
हरीश द्विवेदी ने आगे कहा कि जब देश का बंटवारा हो रहा था, तब हिंदू समाज के लोग भारत में और मुस्लिम समाज के लोग पाकिस्तान चले गए, तो भारत में रहने वाला हर व्यक्ति भारतीय है और जो भी मुस्लिम समाज के लोग भारत में रह रहे हैं. वह भी भारत देश के नागरिक हैं. ऐसे में उनके द्वारा अभियान चला कर हिंदू समाज का और उनके कारोबार का बायकाट करना ठीक नहीं है. इसलिए उनकी अपील के बाद अब जरूर हिन्दू जागेगा और उनकी अपील का असर भी होगा.
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