60 साल बाद कांग्रेस में दोहराया गया इतिहास, 72 साल में केवल दूसरी बार हुआ ऐसा, यूपी से रहा है खास कनेक्शन
Congress में 60 साल बाद फिर बुधवार को इतिहास दोहराया गया. इससे पहले साल 1964 में कांग्रेस में कुछ ऐसा हुआ था जिसका रिश्ता इंदिरा गांधी से था.
Sonia Gandhi In Rajya Sabha: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में 58 साल बाद एक बार फिर इतिहास दोहराया जा रहा है. पार्टी पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राज्यसभा के लिए नामांकन किया. साल 1999 से औपचारिक तौर पर राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाली सोनिया गांधी पहली बार राज्यसभा जाएंगी. अब तक वह यूपी स्थित रायबरेली से कांग्रेस की सांसद थीं. लोकसभा सांसद के रूप में पांच कार्यकाल पूरे करने के बाद उच्च सदन में यह सोनिया गांधी का पहला कार्यकाल होगा.
77 वर्षीय कांग्रेस नेता उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा का प्रतिनिधित्व करती रही हैं. वह अगला आम चुनाव नहीं लड़ेंगीं. साल 1999 में कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के बाद वह पहली बार सांसद चुनी गईं थी.
सोनिया गांधी, गांधी परिवार की दूसरी सदस्य हैं जो बीते 75 साल में राज्यसभा गईं हैं. इससे पहले भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी राज्यसभा गईं थीं. इंदिरा गांधी अगस्त 1964 में राज्य सभा की सदस्य बनीं और फरवरी 1967 तक उच्च सदन में रहीं.
1980 में इंदिरा भी थीं संसदीय दल की नेता
बाद में इंदिरा गांधी चौथे, पांचवें और छठे सत्र के दौरान लोकसभा की सदस्य थीं. वह जनवरी 1980 में रायबरेली (यूपी) और मेडक (आंध्र प्रदेश) से सातवीं लोकसभा के लिए चुनी गईं. उन्होंने मेडक सीट बरकरार रखने का फैसला किया और रायबरेली सीट छोड़ दी. उन्हें साल1967-77 में और फिर जनवरी 1980 में कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुना गया था.
बात सोनिया गांधी की करें तो उन्होंने साल 2019 में घोषणा की थी कि यह उनका आखिरी लोकसभा चुनाव होगा. अटकलें लगाई जा रही हैं कि सोनिया गांधी के इस बार चुनाव नहीं लड़ने के बाद उनकी बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकती हैं. सोनिया गांधी ने तेलंगाना या कर्नाटक जैसे दक्षिणी राज्य के बजाय राजस्थान से चुनाव लड़ने का फैसला किया. राजस्थान में पार्टी तीन सीटों में से एक पर आसानी से जीत की स्थिति में है. (एजेंसी इनपुट के साथ)