UP Lok Sabha Chunav 2024: उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव के पहले राजनीतिक समीकरणों के बनने और बिगड़ने का क्रम जारी है. सभी दलों की कोशिश है कि उनकी पार्टी में बड़े नेताओं की मौजूदगी हो जिसका लाभ उन्हें चुनाव में मिले. कई नेता पाला भी बदल रहे हैं. इतना ही नहीं राजनीतिक दल भी अपने समीकरणों के लिहाज से एक दूसरे के साथ जा रहे हैं. इस बीच एक ऐसा वाकया सामने आया है जिसे देखकर सभी हैरान हैं.
साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने वाले महान दल के नेता केशव देव मौर्य ने इलेक्शन बाद अपना नाता सपा से तोड़ लिया और फिर मायावती की अगुवाई वाली बहुजन समाज पार्टी के साथ चले गए.
जब वह बसपा के साथ थे तो प्रचार के लिए दीवारों पर लिखावाया- महान दल ने ठाना है, बसपा को जिताना है. हालांकि अब वो फिर सपा के साथ आ गए हैं. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य में सपा के साथ गठबंधन के बाद अब उन्होंने यूपी में भी बसपा के साथ नाता तोड़ लिया है और अखिलेश यादव के सुर में सुर मिला रहे हैं.
वॉल राइटिंग के प्रचार से हटा से बसपा का नाम
केशव देव मौर्य न सिर्फ सपा प्रमुख के सुर में सुर मिला रहे हैं बल्कि वॉल राइटिंग के तहत किए गए प्रचार में अब बसपा का नाम भी मिटवा रहे हैं. इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर के भी दी.
बीते दिनों केशव देव मौर्य ने पोस्ट किया- 'दीवारों पर बसपा में से (ब) काटकर 'सपा' बनाया.! महान दल ने ठाना है.! सपा को जिताना है.!!'. इतना ही नहीं उन्होंने दावा किया कि उन्होंने बसपा को समर्थन दिया लेकिन ताली एक हाथ से नहीं बजती. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया- मैंने समर्थन दिया,आपने नहीं लिया..एक हाथ से ताली नहीं बजती.!भाजपा-कांग्रेस (आरएसएस) को जो कमजोर करेगा, महान दल उसके साथ चलेगा!