UP Politics: उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा? इस सवाल का जवाब जल्द मिलने के आसार हैं. 29 जुलाई 2024 से मानसून सत्र की शुरुआत होने जा रही हैं. इससे पहले इस बात का इंतजार किया जा रहा है कि यूपी विधानसभा में नेता विपक्ष कौन होगा, यानि अखिलेश यादव की कुर्सी कौन संभालेगा. इस बीच इससे जुड़ी एक बड़ी जानकारी सामने आई है.
 
खबरों के मुताबिक समाजवादी पार्टी में इस बात पर मंथन हो रहा है कि नेता विपक्ष की कुर्सी पर किसी दलित समाज के चेहरे को बैठाया जाए या फिर ओबीसी चेहरा आगे किया जाए. अगर चेहरा दलित समाज का होगा तो इंद्रजीत सरोज का नाम सबसे आगे है और अगर ओबीसी चेहरा बनाने की बात आएगी तो शिवपाल यादव के नाम पर मुहर लग सकती है.


अखिलेश यादव की जगह कौन होगा नेता विपक्ष?
लोकसभा चुनाव में कन्नौज से सांसद बनने के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद से ही ये चर्चा तेज हैं कि अब यूपी विधानसभा में उनकी जगह कौन इस पद को संभालेगा. सपा अध्यक्ष जैसे पिछले एक साल से पीडीए के नारे को बुलंद कर रहे हैं, जिसके आधार पर लोकसभा में टिकटों का बंटवारा किया गया क्या नेता प्रतिपक्ष के नाम पर भी उसी पीडीए की छाप दिखाई देगी या नहीं. 


यूपी विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले जल्द ही सपा विधायक दल की बैठक बुलाई जानी है जिसमें सभी विधायकों से बातचीत के बाद इस पर आखिरी फैसला लिया जा सकता है. विधायकों से चर्चा के बाद ही नेता प्रतिपक्ष के नाम पर आखिरी मुहर लगाई जाएगी. हालांकि सपा अध्यक्ष किसी दलित को ही नेता विपक्ष बनाना चाहते हैं. 


समाजवादी पार्टी में इंद्रजीत सरोज और शिवपाल यादव के अलावा रामअचल राजभर के नाम भी की चर्चा है. राम अचल राजभर ने ओबीसी समाज से ही आते हैं हालांकि फिलहाल उनका नाम इस रेस में पिछड़ता जा रहा है. 


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