सियासत में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ स्थित कुंडा से विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता रघुराज राज प्रताप सिंह राजा भैया की दो तस्वीरों ने नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है. राजा भैया ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के सांसद और झारखंड स्थित गोड्डा से प्रत्याशी निशिकांत दुबे से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद एक प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि समर्थकों से बीजेपी के पक्ष में प्रचार करने और मतदान की अपील की गई है. 


वहीं यूपी में तस्वीर कुछ अलग है. यहां राजा भैया ने न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी की मदद करने से इनकार कर दिया है बल्कि उनके सहयोगियों को भी नहीं बख्शा. यूपी की मिर्जापुर लोकसभा सीट पर उनकी पार्टी और समर्थकों ने समाजवादी पार्टी को समर्थन करने पत्र तक सौंप दिया है. इस सीट भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए की सहयोगी अपना दल सोनेलाल की नेता अनुप्रिया पटेल उम्मीदवार हैं.


 



निशिकांत दुबे के साथ राजा भैया


अनुप्रिया और राजा भैया के बीच सियासी बतकही तब शुरू हुई जब प्रतापगढ़ स्थित कौशांबी लोकसभा सीट पर उन्होंने बीजेपी को समर्थन से मना कर दिया था. इसके बाद अनुप्रिया ने मंच से राजा भैया के खिलाफ बयान दिया था.


माना जाता है कि यूपी में कौशांबी, प्रतापगढ़ और इलाहाबाद, यह वो तीन लोकसभा सीटें हैं राजा भैया का दखल है. इन सीटों पर उनके समर्थक काफी हैं और वह चुनाव की धारा को मोड़ सकते हैं. उधर मिर्जापुर में भी करीब 1 लाख ठाकुर और 2 लाख के करीब ब्राह्मण मतदाता हैं, ऐसे में वहां भी राजा भैया अनुप्रिया की स्थिति बिगाड़ने में सक्षम माने जा रहे हैं.


 



संजीव बालियान, विनोद सोनकर और राजा भैया


अब यह देखना दिलचस्प होगा कि राजा भैया अपनी कोशिशों में कितना सफल होंगे. मिर्जापुर में 1 जून को मतदान होना है और 4 जून को परिणाम आएंगे.