यूपी विधानसभा चुनाव के लिए RSS एक्टिव! लोकसभा में मिले नुकसान की यूं होगी भरपाई?
Lok Sabha Election 2024 में यूपी में बीजेपी के पिछड़ने के बाद संघ एक्टिव हो गया है. अब उसने नया प्लान बनाया है. माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए RSS ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है.
UP Politics: लोकसभा चुनाव से मिले सबक के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बेरोजगारी पर काम करेगा. बेरोजगारी पेपर लीक को युवाओं में बढ़ते आक्रोश का सबसे बड़ा कारण मानकर संघ ने अब रोजगार पर काम करने का फैसला किया है.
इसके लिये संघ पहली बार रोजगार बढ़ाने की योजना पर काम करने जा रहा है. इसमें संघ से सम्बंधित व्यवसायियों उद्योगपतियों के बीच रोजगार सृजन को लेकर चर्चा की जाएगी. इसमें कुटीर उद्योग पर जोर होगा.
स्वदेशी को बढ़ावा देने का काम करेगा संघ, लखनऊ में इसके लिये संघ की राष्ट्रीय परिषद की बैठक भी बुलाई गई है, आज से तीन दिन तक चलने वाली इस बैठक में ODOP और स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने पर चर्चा होगी.
इन वर्गों को जोड़ने की कोशिश में संघ
संघ दलितों पिछड़ों के साथ अब ज़्यादा से ज़्यादा युवाओं को जोड़ने का काम शुरू करेगा. सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने संघ के ज़िला प्रचारकों के साथ बैठक में तय किया कि अब संघ भी कॉलेज यूनिवर्सिटी में अपना काम बढ़ायेगा इसके लिये सभी ज़िलों में विधार्थी शाखा लगाया जायेगा, सम्पर्क अभियान में तेज़ी लाया जायेगा.
संघ स्टूडेंट्स को जोड़ने के लिये अभियान भी चलाया जायेगा इसके लिये नये प्रचारकों को ट्रेनिंग देगा. संघ युवा बिजनेसमैन को जोड़ेगा संघ, इसके लिये अलग से शाखा शुरू करेगा . संघ युवा और प्रोढ़ बिजनेसमैन के लिये अलग अलग शाखाएँ शुरू करेगा.
बीजेपी के खराब प्रदर्शन से संघ चिंतित
लोकसबभ चुनाव 2024 में बीजोपु को बड़ा झटका लगा है. कहां 400 पार के नारे लग रहे थे और कहां एनडीए 292 सीटों पर ही सिमट गई. बहुमत नहीं मिलने की वजह से बीजेपी तो समीक्षा कर ही रही है. साथ ही साथ उससे जुड़े राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी समीक्षा बैठक की है. इसमें उन वजहों पर चर्चा की गई है, जिनकी वजह से यूपी में बीजेपी का प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा है.
लखनऊ में समीक्षा बैठक जारी
दरअसल, लखनऊ में आरएसएस की समीक्षा बैठक जारी है. पूर्वी क्षेत्र के संघ पदाधिकारियों की चार दिनों की बैठक का आयोजन यहां किया गया है. इस बैठक का शुक्रवार (27 जून) को तीसरा दिन है. बैठक में शाखाओं के विस्तार पर जोर दिया गया है. संघ चाहता है कि वह दलितों और पिछड़ों में पैठ बढ़ाने की रणनीति पर काम करे.
माना जा रहा है कि इस बार यूपी में बीजेपी की हार की सबसे बड़ी वजह दलित-पिछड़ों के वोट का खिसकना रहा है. साथ ही संघ रोजगार पर काम करने का फैसला किया है. यूपी में बीजेपी का प्रदर्शन काफी खराब रहा, जिससे संघ काफी ज्यादा चिंतित नजर आ रहा है. जिसको लेकर समीक्षा कर रहा है.
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