UP News: आरएसएस (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) के बयान पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की प्रतिक्रिया आई है. अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख ने मोहन भागवत से तीखा सवाल पूछा है. इससे पहले आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि लोग चाहें किसी भी तरह का काम करें, उसका सम्मान किया जाना चाहिए. किसी भी काम को छोटा या बड़ा नहीं कहा जा सकता. 


अखिलेश यादव ने सरसंघचालक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तीखा सवाल पूछा है. उन्होंने कहा, "भगवान के सामने तो स्पष्ट कर रहे हैं कृपया इसमें ये भी स्पष्ट कर दिया जाए कि इंसान के सामने जाति-वर्ण को लेकर क्या वस्तुस्थिति है."




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क्या बोले संघ प्रमुख?
मोहन भागवत ने कहा, ‘‘लोग चाहें किसी भी तरह का काम करें, उसका सम्मान किया जाना चाहिए. श्रम के लिए सम्मान की कमी समाज में बेरोजगारी के प्रमुख कारणों में से एक है. काम के लिए चाहे शारीरिक श्रम की आवश्यकता हो या बुद्धि की, चाहे इसके लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता हो या ‘सॉफ्ट’ कौशल की - सभी का सम्मान किया जाना चाहिए.’’


उन्होंने कहा कि देश में ऐसे बहुत से किसान हैं जो खेती से बहुत अच्छी आय अर्जित करने के बावजूद विवाह करने के लिए संघर्षरत हैं. उन्होंने कहा कि विश्व में स्थिति देश के ‘विश्वगुरु’ बनने के अनुकूल है. देश में कौशल की कोई कमी नहीं है, लेकिन हम दुनिया में प्रमुखता हासिल करने के बाद अन्य देशों की तरह नहीं होंगे.


संघ प्रमुख ने कहा, ‘‘समाज में व्याप्त अस्पृश्यता का संतों और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जैसे जानेमान लोगों ने विरोध किया. अस्पृश्यता से परेशान होकर, डॉ. आंबेडकर ने हिंदू धर्म छोड़ दिया लेकिन उन्होंने किसी अन्य धर्म को नहीं अपनाया और गौतम बुद्ध द्वारा दिखाए गए मार्ग को चुना. उनकी शिक्षाएं भारत की सोच में भी बहुत गहराई तक समाई हुई हैं.’’