UP News: चंदौली से सांसद और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला है. एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान वीरेंद्र सिंह ने कहा कि - असंवैधानिक तरीके से प्रदेश में हो रहें बुलडोजर कार्रवाई पर सर्वोच्च न्यायालय का दिशा निर्देश स्वागत योग्य है. देश के चारों स्तंभ में सबका महत्व है और ऐसे मनमाने रवैया को कभी भी हमारा संविधान स्वीकार नहीं करेगा. कोई भी दोषी हो उसे सख्त सजा देने के लिए हमारी न्यायपालिका है लेकिन ऐसी कार्रवाई से उसका पूरा परिवार पीड़ित होता है. एक दोषी के लिए कई निर्दोष पर कार्रवाई की अनुमति हमारा संविधान नहीं देता.
नवाब सिंह यादव पर भी बोले सपा सांसद
कन्नौज रेप केस में आरोपी नवाब सिंह यादव का डीएनए मैच होने पर सपा सांसद ने कहा की - हमारा पहले से ही मानना है कि कोई भी पार्टी या विचारधारा किसी दोषी का समर्थन नहीं करती. इस मामले में जो भी दोषी है उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. बिना राजनीति के निष्पक्ष तरीके से इस मामले पर कार्रवाई होनी चाहिए. इसके अलावा आईआईटी BHU छात्रा गैंग रेप के दोषियों की रिहाई पर भी तंज कसते हुए उन्होंने कहा की - जिस प्रकार से हमारे नेता ने स्पष्ट कर दिया कि लचर पैरवी का असर इस मामले पर देखने को मिला और हम भी मानते हैं कि बेहद गंभीर मामले में और मजबूती से पक्ष रखना चाहिए था. और दुर्भाग्य की बात है कि इन आरोपियों का आवाभगत हुआ, जबकि इन्हे सख्त सजा मिलनी चाहिए थी.
69000 शिक्षक भर्ती में नहीं कोई जवाब इसलिए बल का प्रयोग- सांसद
सपा नेता ने कहा कि - दलित पिछड़ा वर्ग के अधिकारों को ध्यान में रखते हुए हाईकोर्ट ने 69000 शिक्षक भर्ती मामले में पुनः मेरीट लिस्ट जारी करने का आदेश दिया है. और अभी तक सरकार की तरफ से जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं हुई है, और जब इसको लेकर छात्र मांग कर रहे हैं तो सरकार के पास कोई जवाब नहीं है . और यही वजह है कि जवाब न होने के कारण छात्रों को लाठी से जवाब दिया जा रहा है.
सपा का दावा- उत्तर प्रदेश से बिहार शराब तस्करी ! सीबीआई जांच की मांग
इसके अलावा चंदौली से सांसद वीरेंद्र सिंह ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि - उत्तर प्रदेश से चंदौली गाजीपुर की सीमा के माध्यम से बिहार में बड़ी संख्या में शराब की तस्करी हो रही है. इससे जुड़ी कुछ घटनाएं भी घटी है जो एक गंभीर विषय है. इसको लेकर हम गृह मंत्री और प्रधानमंत्री को सीबीआई जांच कराने के लिए एक पत्र लिखेंगे. इसके पीछे विभागों और कुछ पुलिस कर्मियों की मिली भगत है.