UP News: उत्तर प्रदेश में राम की नगरी अयोध्या में जनवरी 2024 में राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारी जोरों-शोरों पर की जा रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अयोध्या पहुंचेंगे, लेकिन इससे पहले ही इस पर राजनीति शुरू हो गयी है. दरअसल समाजवादी पार्टी के सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर सवाल उठाए हैं.
सपा सांसद एसटी हसन का कहना है कि राम मंदिर के उद्घाटन का फैसला साधु संतों और महंतों को लेना चाहिए. उनका कहना है कि राम मंदिर का उद्घाटन साधु संत करेंगे या देश के संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति करेगा इस पर फैसला साधु संतों और महंतों को लेना चाहिए. एसटी हसन ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस पार्टी ने हमेशा से ही भगवान राम का राजनीतिकरण किया है.
बीजेपी पर भगवान राम का राजनीतिकरण करने का आरोप
सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि मुझे लगता है कि यह अब राम मंदिर का उद्घाटन करके भी इसका राजनीतिकरण करेंगे. सपा सांसद ने कहा कि संसद का आपातकालीन सत्र बुलाया जा रहा है और मुझे लगता है कि यह संसद का आखरी सत्र होगा और यह लोग संसद को भंग कर देंगे और चुनाव का ऐलान कर दिया जायेगा.
एसटी हसन ने कहा कि 'सरकार के लोग विपक्ष के I.N.D.I.A. से इतने घबरा गए हैं कि यह देश का नाम बदलने की कोशिश कर रहे हैं, हमारे लिए तो भारत भी हमारा है, हिंदुस्तान भी हमारा है और इंडिया भी हमारा है, लेकिन अगर गठबंधन बन गया है तो अब यह उसका नाम बदल रहे हैं. पिछले 9 साल से यह लोग चुप बैठे थे. अगर नाम बदलना था तो पहले बदलते लेकिन इन्हें तो सिर्फ और सिर्फ कुर्सी चाहिए.'
जी20 शिखर सम्मेलन ने बढ़ाया देश का मान
सपा सांसद ने कहा कि 'मैं इस बात को मानता हूं कि जी-20 सम्मेलन से देश का मान-सम्मान बढ़ा है. G- 20 में दुनिया भर के बड़े-बड़े देश के लोग आए और इससे दुनिया भर में एक संदेश गया है. दुनिया के सामने हम हिंदुस्तानी सब एक हैं. हम में कोई फर्क नहीं है, पहले हम सब हिंदुस्तानी हैं और बाद में हमारी पार्टिया हैं.' उन्होंने कहा कि 'इसीलिए आपने देखा होगा कि G-20 सम्मेलन के डिनर में इंडिया गठबंधन के सूत्रधार नीतीश कुमार, छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और ममता बनर्जी सहित इंडिया गठबंधन के नेता भी शामिल हुए.'
इसके साथ ही सपा सांसद ने घोसी विधानसभा उपचुनाव सीट जीतने पर जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि घोसी की जनता ने झूठ और जुमले बोलने वाले लोगों को हरा दिया. उन्होंने ओम प्रकाश राजभर के मंत्री बनने वाले बयान पर कहा कि यह तो वो लोग हैं कि जहां इन्होंने कुएं में पानी देखा तो पानी पीने चले गए और कुंआ सूख गया तो दूसरे कुएं पर चले गए. उनका कहना है कि 'नेता को लालच नहीं करना चाहिए, उसे जनता के लिए काम करना चाहिए लेकिन यह लोग तो सिर्फ मंत्री पद की लालसा के लिए राजनीति कर रहे हैं.'
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