प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को विपक्ष पर ‘नकारात्मक राजनीति’ करने और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए संसद का ‘दुरुपयोग’ करने का आरोप लगाया तथा कहा कि संसद किसी ‘‘दल के लिए नहीं बल्कि देश के लिए है.’’
संसद सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मंगलवार को पेश होने वाला केंद्रीय बजट अगले पांच वर्षों में सरकार की यात्रा की दिशा तय करेगा और 2047 तक ‘विकसित भारत’ के सपने को पूरा करने की नींव रखेगा.
उन्होंने आरोप लगाया कि संसद के पिछले सत्र के दौरान लोकसभा में विपक्ष ने ढाई घंटे तक देश के ‘‘प्रधानमंत्री का गला घोंटने’’ का प्रयास किया.
उनके इस आरोप पर समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर प्रतिक्रिया दी. सपा नेता ने लिखा- मोदी जी सुरक्षा आपकी, सरकार आजकी, लोकसभा अध्यक्ष आपका, ED CBI आपकी, फिर कौन गला घोंट रहा है? सुरक्षा एजेंसियों के ऊपर सख्त कानूनी कार्यवाही हो. आखिर कबतक इमोशनल कार्ड मोदी जी खेलते रहेंगे. तीसरे टर्म का ढ़िढोरा तब पीटना जब 5 वर्ष पूरे कर लेना. अभी तो कुल 43 दिन हुए बैसाखी सरकार को.
इससे पहले मोदी ने कहा कि लोगों ने लोकसभा चुनाव में अपना फैसला दे दिया है और अब सभी राजनीतिक दलों को अगले पांच साल देश के लिए मिलकर लड़ना होगा. उन्होंने यह अपील सभी दलों के सांसदों से की.
पीएम मोदी ने और क्या कहा?
पीएम मोदी हाल में संपन्न आम चुनाव की ओर संकेत करते हुए कहा, ‘‘गत जनवरी से लेकर (जून में आम चुनाव संपन्न होने तक) हम लोगों के पास जितना सामर्थ्य था, जितनी लड़ाई लड़नी थी... लड़ ली, जनता को जो बात बतानी थी- बता दी. किसी ने राह दिखाने का प्रयास किया, किसी ने गुमराह करने का प्रयास किया. लेकिन अब वो (चुनाव प्रचार का) दौर समाप्त हुआ है, देशवासियों ने अपना निर्णय दे दिया है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब चुने हुए सभी सांसदों का कर्तव्य है, सभी राजनीतिक दलों की विशेष जिम्मेदारी है कि...आने वाले पांच वर्ष के लिए हमें देश के लिए लड़ना है, देश के लिए जूझना है. एक और नेक बनकर जूझना है.’’
प्रधानमंत्री ने राजनीतिक दलों से पार्टी लाइन से ऊपर उठने और अगले चार से साढ़े चार वर्षों तक संसद के मंच का उपयोग करने का आह्वान किया.