एक्सप्लोरर

Satyapal Malik News: बागपत से पहली बार सत्यपाल मलिक बने MLA, फिर थामा कांग्रेस का हाथ, 1996 में लड़ा था आखिरी चुनाव

Jammu & Kashmir के किरू जलविद्युत परियोजना अनुबंध देने से जुड़े कथित भ्रष्टाचार की जांच के तहत, सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के परिसरों सहित 30 से अधिक स्थानों पर छापे मारे

Satyapal Malik Profile: जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के ठिकानों पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने छापा मारा है. सीबीआई जम्मू-कश्मीर के किरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में कथित भ्रष्टाचार के मामले में चार शहरों में छह जगहों पर तलाशी अभियान चला रही है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपने कार्यकाल के दौरान आरोप लगाया था कि उन्हें किश्तवाड़ में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी.यूपी,बिहार,राजस्थान,मुंबई, हरियाणा में छापेमारी जारी है. आइए हम उनके सियासी सफर पर एक नजर डालते हैं. 

सत्यपाल मलिक का सियासी सफर साल 1974 से शुरू हुआ था. उस वक्त मलिक पहली बार यूपी की बागपत विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने थे. पूर्व राज्यपाल ने राजनीतिक सफर की शुरूआत लोक दल से की थी.

इसके बाद सन्, 1980 में मलिक पहली बार लोक दल के टिकट उच्च सदन यानी राज्यसभा पहुंचे थे. इसके बाद साल 1984 में उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था. इसके बाद उन्हें कांग्रेस ने भी राज्यसभा भेजा था. हालांकि साल 1987 में कथित बोफोर्स घोटाले के बाद सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस से  इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद साल 1988 में वीपी सिंह के नेतृत्व वाले जनता दल में वो शामिल हुए और 1989 में अलीगढ़ से लोकसभा का चुनाव जीत कर सांसद चुने गए.

Satyapal Malik CBI Raids: सीबीआई के छापे पर सत्यपाल मलिक ने दी पहली प्रतिक्रिया, किया बड़ा खुलासा

साल 1996 में लड़ा था आखिरी चुनाव
साल 1996 में उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट पर फिर से अलीगढ़ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा.  इसके बाद सत्यपाल मलिक कभी चुनाव नहीं जीत सके. सपा के बाद उन्होंने 2004 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए लेकिन उन्हें साल 2004 में फिर बागपत से हार का सामना करना पड़ा था. इन सबके बीच बीजेपी में उनकी राजनीतिक हैसियत बढ़ती रही. साल 2012 में उन्हें बीजेपी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था.

साल 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद मलिक को सन् 2017 में बिहार का राज्यपाल बनाया गया. बिहार के बाद उन्हें जम्मू कश्मीर की जिम्मेदारी मिली. साल 2018 में उन्हें यहां का राज्यपाल बनाया गया. उन्हीं के कार्यकाल में साल 2019 में अनुच्छेद 370 के प्रावधान निरसित किए गए. इसके बाद उन्हें साल 2019 में गोवा का राज्यपाल बनाया गया. फिर साल 2020 में मलिक को  मेघालय का राज्यपाल बनाया गया.  इसके बाद उन्होंने बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी थी.  

इतना ही नहीं साल 2019 में पुलवामा हमले को लेकर भी मलिक ने कई गंभीर दावे किए और केंद्र समेत गृह मंत्रालय पर आरोप लगाए. इसके बाद वह किसान आंदोलन में सरकार की नीतियों के खिलाफ मुखर रहे.

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Delhi Assembly Elections: BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
Axis My India Exit Poll 2024: मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
जब होटल में वरुण धवन ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए ऐसा क्या कर बैठे थे अनुष्का शर्मा के पति
जब होटल में वरुण ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए दिलचस्प किस्सा
Border Gavaskar Trophy: ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Maharahstra assembly elections 2024: महाराष्ट्र की 47 सीटों के नए Exit Poll में महायुति को मिल रही 38+ सीटें | Elections 2024Arvind Kejriwal News: Delhi चुनाव से पहले शराब घोटाले में केजरीवाल को बड़ा झटका! | ABP NewsBJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?बाबा बागेश्वर की 'सनातन हिन्दू एकता' पदयात्रा शूरू | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Delhi Assembly Elections: BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
Axis My India Exit Poll 2024: मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
जब होटल में वरुण धवन ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए ऐसा क्या कर बैठे थे अनुष्का शर्मा के पति
जब होटल में वरुण ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए दिलचस्प किस्सा
Border Gavaskar Trophy: ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
बुजुर्गों को अक्सर निमोनिया क्यों होता है? जानें इस गंभीर इंफेक्शन  के लक्षण और बचाव का तरीका
बुजुर्गों को अक्सर निमोनिया क्यों होता है? जानें इस गंभीर इंफेक्शन के लक्षण और बचाव का तरीका
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
10 मिनट स्पॉट जॉगिंग या 45 मिनट वॉक कौन सी है बेहतर, जानें इसके फायदे
10 मिनट स्पॉट जॉगिंग या 45 मिनट वॉक कौन सी है बेहतर, जानें इसके फायदे
'बैलिस्टिक मिसाइल हमले पर चुप रहना', जब रूसी प्रवक्ता को लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया कॉल
'बैलिस्टिक मिसाइल हमले पर चुप रहना', जब रूसी प्रवक्ता को लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया कॉल
Embed widget