अखिलेश यादव की शह पर स्वामी प्रसाद मौर्य दे रहे धर्म विरोधी बयान? ओम प्रकाश राजभर का बड़ा दावा
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि वह मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. वह संविधान को नहीं मानते.
UP Politics: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और यूपी सरकार के पूर्व काबीना मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने योगी सरकार में मंत्रीमंडल विस्तार पर प्रतिक्रिया दी है. इसके अलावा उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेता और योगी सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की प्रतिक्रियाओं पर भी टिप्पणी की.
सुभासपा प्रमुख ने योगी सरकार के संभावित मंत्रीमंडल विस्तार पर कहा कि मंत्रीमंडल का विस्तार होगा तो राजभर मंत्री जरूर बनेगा. सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर सुभासपा नेता ने कहा कि वह मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. वह संविधान को नहीं मानते. 5 साल बीजेपी की सरकार में मंत्री थे. तब उनको ये सब याद नहीं आई. बसपा सरकार में मंत्री थे, तब भी उनको ये सब बातें याद नहीं आई. अब जब सत्ता खो बैठे हैं तब वह अनर्गल बयान दे रहे हैं. उनको इलाज की जरूरत है.
उन्होंने दावा किया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान सपा प्रमुख अखिलेश यादव की शह पर आ रहे हैं. ओपी राजभर ने कहा कि ऐसे ही बयान रामलौटन निषाद ने भी दिए थे लेकिन तब उन्हें पार्टी से निकाल दिया था. अब ऐसी ही टिप्पणी आ रही है मगर अखिलेश यादव, टिप्पणी करने वालों के साथ चाय पी रहे हैं.
सपा के लिए मुसीबत बन रहे स्वामी के बयान
दीगर है कि सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या की देवी देवताओं पर लगातार आ रही टिप्पणियां विवाद का केंद्र बन रही हैं. सपा मुखिया परिवार और उनके ज्यादार समर्थक धार्मिक रुझान वाले रहे हैं. वह इन बयानों से अपने को असहज महसूस कर रहे हैं. इसी कारण अगर सपा स्वामी से दूरी बना ले तो कोई आश्चर्य नहीं होगा. क्योंकि पार्टी अपने खिलाफ भाजपा को धार्मिक विरोधी हथियार देने के मूड में नहीं है.
दीपावली के दिन से लक्ष्मी देवी पर उठाए सवाल ने भाजपा को बैठे बिठाए एक बड़ा मुद्दा दे दिया है. वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस भी स्वामी के जरिए अखिलेश को घेरने में जुट गई है. दूसरी ओर सपा के प्रवक्ता ने स्वामी को ऐसी टिप्पणी न करने की हिदायत दी है.