UP Politics: लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बड़ी सफलता हासिल की है. गठबंधन में यूपी में 43 सीटें हासिल की हैं, जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है. कांग्रेस ने इस चुनाव में 6 और सपा ने 37 सीटें हासिल की हैं. साल 2017 में भी कांग्रेस और सपा ने अलायंस किया था मगर उसका लाभ दोनों में से किसी को भी नहीं मिला था और करारी हार का सामना करना पड़ा था. फिर साल 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था.
लोकसभा चुनाव में यूपी में राहुल गांधी और अखिलेश यादव की जोड़ी की जमकर तारीफ हो रही है. दो लड़कों की जोड़ी के नाम से मशहूर राहुल और अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी को यूपी में करारी शिकस्त दी है.
हालांकि यह जोड़ी हमेशा से ऐसी नहीं थी. एक वक्त ऐसा भी था जब राहुल गांधी को अखिलेश ने स्टेज से कूदने की सलाह दे दी थी. मौका था साल 2012 के यूपी विधानसभा चुनाव का. इस चुनाव में कांग्रेस और सपा अलग-अलग चुनाव लड़ रही थी.
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'राहुल गांधी अब....'
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के पत्रकार श्याम लाल यादव की किताब AT THE HEART OF POWER THE Chief Ministers of Uttar Pradesh में दावा किया गया है कि 16 फरवरी 2012 को लखनऊ में एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने बसपा और सपा पर यह आरोप लगाए थे कि दोनों ही दल जनता से झूठे वादे कर रहे हैं. अपनी बात को मजबूती से रखने के लिए राहुल ने एक कागज का एक टुकड़ा मंच से ही फाड़ दिया. वह जनता को यह बताना चाह रहे थे कि बसपा और सपा के वादे किसी काम के नहीं हैं. राहुल गांधी के इस काम से तब अखिलेश यादव खासे नाराज हो गए थे. उन्होंने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी थी. अखिलेश ने कहा था - 'अपना गुस्सा उतारने के लिए मंच से कूद सकते हैं.'
2012 के चुनाव में बसपा को हराकर सपा ने सरकार बनाई थी और अखिलेश यादव सीएम बने थे. वहीं कांग्रेस को 28 सीटें मिलीं थीं. बीजेपी 47 सीटों पर चुनाव जीती थी.