UP Politics: 2024 लोकसभा चुनाव के पहले उत्तर प्रदेश में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के 7 विधायक बागी हो गए थे. समाजवादी पार्टी के 7 विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को वोट दिया था , इसके बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इन पर कार्रवाई की बात कही थी.  पर अब 6 महीने बीत जाने के बाद तक अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, ना ही दल बदल कानून के तहत सपा ने विधानसभा अध्यक्ष को कोई अर्जी दी है. माना जा रहा है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव के मन में अब भी यह सवाल है कि कहीं अर्जी देने में कोई कानूनी कमी न रह जाए.


आपको बता दें कि फरवरी में हुए राज्यसभा के चुनाव में सपा के विधायक मनोज पांडे, राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह, राकेश पांडे, विनोद चतुर्वेदी, पूजा पाल और आशुतोष मौर्य ने भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया था. इससे भाजपा की सभी आठ राज्यसभा का चुनाव जीत गए थे और सपा के मात्र दो प्रत्याशी ही राज्य सभा पहुंच पाए थे. तब अखिलेश यादव ने नाराजगी जताते हुए विधायकों को भाजपा द्वारा पैकेज मिलने की बात करते हुए पाला बदलने का आरोप लगाया था पर कहा था कि वो इन सबकी सदस्यता रद्द कराने की मांग करेंगे. 


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समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फकरुल हसन चांद ने एबीपी लाइव से बातचीत में बताया कि जिन विधायकों ने पाला बदला था उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है. समाजवादी पार्टी साक्ष्य तैयार कर रही है, जिससे कि वह उनके सदस्यता रद्द कराने की मांग कर सके. उन्होंने कहा की सबूत इकट्ठा होने के बाद सपा सभी बाकी विधायकों के सदस्यता रद्द कराने की मांग करने वाली है. उनका कहना है कि विधायकों को बचने का कोई मौका ना मिले इसलिए पुख्ता सबूत जुटाए जा रहे हैं.