UP News: अल फहीम मीटेक्स में अवैध रूप से मीट प्लांट का संचालन करने वाले बीएसपी के पूर्व मंत्री याकूब क़ुरैशी (Yaqoob Qureshi) आखिरकार अपने बेटे इमरान क़ुरैशी (Imran Qureshi) के साथ 9 महीने बाद जेल पहुंच गए. याकूब क़ुरैशी और बेटे इमरान को दिल्ली के चांदनी महल थाना इलाके से गिरफ्तार कर लाया गया और गैंगस्टर मामले में कोर्ट ने 60 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
याकूब क़ुरैशी के विवादों की फेहरिस्त भी लंबी है .बात साल 2006 की है जब याकूब क़ुरैशी ने डेनमार्क के कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने वाले को 51 करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा कर डाली थी. इस बयान ने उन्हें मुस्लिमों के बीच चहेता बना दिया था. बात साल 2011 की है जब मंत्री रहते हुए याकूब क़ुरैशी ने गाड़ी रोकने पर सिपाही चहन सिंह बालियान को थप्पड़ जड़ दिया था. मामला लखनऊ तक गूंजा लेकिन कुछ नहीं हुआ और आखिरकार सिपाही ने नौकरी छोड़ दी.
उतार-चढ़ाव भरा रहा राजनीतिक सफर
एक वक्त था जब याकूब क़ुरैशी राजनीति में ऊंचाइयों को छू रहे थे लेकिन दौर बदला तो बहुत कुछ बदल गया. याकूब क़ुरैशी के तारे गर्दिश में आ गए और अपने बेटे इमरान क़ुरैशी को भी विधानसभा भेजने का उनका सपना एक नहीं दो बार टूटा और तमाम कोशिशों के बावजूद सफलता नहीं मिली. याकूब क़ुरैशी का राजनीतिक सफर भी उतार चढ़ाव वाला रहा. 1995 में याकूब मेरठ नगर निगम से पार्षद बने, 1996 में डिप्टी मेयर बने. 1999 में लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन कांग्रेस के अवतार सिंह भड़ाना से हार गए. 2002 में खरखौदा विधानसभा से बसपा से विधायक बने, लेकिन 2003 में कई मुस्लिम विधायकों को लेकर सपा में शामिल हो गए .याकूब ने इसके बाद पत्नी संजीदा बेगम को 2006 में मेयर का चुनाव लड़ाया लेकिन वो हार गई.
बीजेपी के लक्ष्मीकांत वाजपेयी को दो थी मात
2007 में याकूब क़ुरैशी ने यूपीयूडीएफ से मेरठ शहर से विधानसभा चुनाव लड़ा और बीजेपी के डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेयी को चुनाव हराया. 2012 में रालोद से सरधना से विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार गए और फिर बसपा में वापसी की. 2014 में बसपा से मुरादाबाद से लोकसभा और 2019 में मेरठ हापुड़ से लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन दोनों जगह हार मिली.जेल गए याकूब क़ुरैशी के बेटे इमरान किरेशी ने भी एक बार सरधना और दूसरी बार मेरठ दक्षिण से चुनाव लड़ा लेकिन दोनों बार हार गया.
याकूब क़ुरैशी के जेल जाने के बाद अब पुलिस 26 संपत्तियों के जब्त करेगी जिसकी कीमत करोड़ों रुपये है. साथ ही मीट एक्सपोर्ट से जुड़े कारोबारियों का भी रिकॉर्ड खंगाल रही है. वहीं फिर एक दौर था जब याकूब क़ुरैशी की लखनऊ और दिल्ली तक तूती बोला करती थी लेकिन योगिराज आते ही याकूब क़ुरैशी अर्श से फर्श पर आ गए हैं.
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