Power Cut: उत्तर प्रदेश में बिजली कटौती को लेकर विपक्षी योगी सरकार पर जमकर जुबानी हमले बोल रहा है. पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सरकार पर निशाना साधा था. लेकिन अब बीएसपी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने इसपर प्रतिक्रिया दी है.
मायावती ने कहा, "यूपी में पिछले कई दिनों से जारी भीषण गर्मी की आफत में राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में बिजली की ज़बरदस्त कमी ने लोगों का जीवन त्रस्त कर रखा है, जिससे बलिया व अन्य ज़िलों से मौत की खबरें अति-दुःखद. सरकार बिजली व्यवस्था तुरन्त सुधारे तथा अस्पतालों आदि में बिजली कटौती न करे."
बीएसपी चीफ ने कहा, "साथ ही, सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) का राग, इन वर्गों के अति कठिन समय में भी केवल तुकबन्दी के सिवाय और कुछ नहीं. इनके पीडीए का वास्तव में अर्थ परिवार, दल, एलाइन्स है जिस स्वार्थ में यह पार्टी सीमित है. इसीलिए इन वर्गों के लोग जरूर सावधान रहें."
सीएम योगी ने दिए थे आदेश
दरअसल, बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष एम देवराज को तलब कर नाराजगी जतायी थी. तब राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इस दौरान मुख्यमंत्री ने अघोषित बिजली कटौती पर नाराजगी जताते हुए तत्काल प्रदेश की विद्युत व्यवस्था में सुधार लाने के आदेश दिए हैं.
प्रवक्ता के अनुसार, ‘‘मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को तत्काल सुधारा जाए. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में कहीं भी गड़बड़ी हो, तुरंत उसे ठीक किया जाए. शहर हो या गांव, जहां कहीं भी ट्रांसफॉर्मर खराब होने की सूचना मिले, तत्काल प्रभाव से वहां ट्रांसफॉर्मर बदला जाए.’’
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि सरकार ने बिजली व्यवस्था को लेकर जो नीति घोषित की है उसे पूरी तत्परता से लागू किया जाए. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि प्रदेश में कहीं भी बिजली की कमी नहीं होनी चाहिए.