(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP में गांव और कस्बों में बिजली कटौती से लोग परेशान, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा बोले- गर्मी के कारण मांग बढ़ी
उत्तर प्रदेश के गांवों और कस्बों में बिजली की कटौती से लोग काफी परेशान हैं. इस बीच ऊर्जा मंत्री ने कहा है कि निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं, लेकिन यह आपके सहयोग से ही सम्भव है.
UP Power Cut: उत्तर प्रदेश में बिजली कटौती से आम लोग परेशान हैं. चिलचिलाती धूप के कारण बढ़े तापमान ने लोगों को झुलसा दिया है. बढ़ते तापमान के कारण बढ़ती मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) ने ग्रामीण क्षेत्रों, छोटे शहरों और तहसील मुख्यालयों में बिजली आपूर्ति में कटौती की है.
आधिकारिक तौर पर, ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति 16 घंटे, नगर पंचायत कस्बों को 21 घंटे और तहसील मुख्यालयों को 21 घंटे से अधिक की है, जबकि जिला मुख्यालयों, नगर निगमों और बड़े शहरों को बिजली कटौती से छूट दी गई है. यूपीपीसीएल ने हालांकि दावा किया है कि राज्य में कोई बड़ा बिजली संकट नहीं है. वहीं राज्य के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने कहा है कि हमारा लक्ष्य लोगों को निर्बाध बिजली की सप्लाई करना है, जिसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं.
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कही ये बात
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि बीते कुछ दिनों में बेतहाशा गर्मी के कारण बिजली की डिमांड बढ़ी है. वहीं उन्होंने कहा कि आखिरी 4 साल के आंकड़ों को देखने पर साफ पता चलता है कि इस साल डिमांड सबसे ज्यादा है. मंत्री ने आगे कहा कि फिर भी, हम सभी इस चुनौती से पार पाने के लिए रात-दिन काम कर रहे हैं. मैंने बीते दिन पूर्वांचल डिस्कॉम के 21 जिलों की समीक्षा की, वहीं मैं शेष डिस्कॉमों की समीक्षा भी करूंगा. हम इसके लिए जो भी व्यवस्था आवश्यक होगी, इसे करने की कोशिश करेंगे.
वहीं आगे मंत्री शर्मा ने लोगों से बिलजी बचाने की अपील की. उन्होंने कहा कि निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं, लेकिन यह आपके सहयोग से ही सम्भव है. उन्होंने कहा कि बिजली की बचत करें, कहीं भी अनावश्यक खर्च ना होने दें, बिजली का अनधिकृत उपयोग दंडनीय है.
गांवों में छोटे शहरों में सकट ज्यादा
गर्मी की लहर और मांग में तेजी के कारण बिजली वितरण नेटवर्क पर ओवरलोडिंग के कारण उत्तर प्रदेश में बिजली संकट पैदा हो गया है. यह संकट गांवों और छोटे शहरों में अधिक विकट है, जो अक्सर स्थानीय दिक्कतों के कारण बार-बार बिजली बाधित होने के अलावा हर दिन तीन से पांच घंटे के लिए आपातकालीन लोड शेडिंग का सामना करते हैं.
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