Kumbh Mela 2025: प्रयागराज महाकुंभ में विश्व हिंदू परिषद के कैंप में इस बार भी कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इस बार भी मार्गदर्शक मंडल की बैठक, संत सम्मेलन और अखिल भारतीय बैठक के साथ ही तमाम दूसरे कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. इसके अलावा इस बार दंत कुंभ का आयोजन पहली बार किया जाएगा. दंत कुंभ में श्रद्धालुओं के दातों का मुफ्त इलाज किया जाएगा और साथ ही उन्हें दांतों की बीमारियों को लेकर जागरूक भी किया जाएगा.


विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि दंत कुंभ का आयोजन महाकुंभ में पहली बार किया जाएगा. इस दंत कुंभ में देश के तमाम नामचीन दंत रोग विशेषज्ञ श्रद्धालुओं के दांतों का मुफ्त इलाज करेंगे. उन्हें जरूरी दवाएं और परामर्श देंगे और साथ ही दांतों की बीमारियों से बचाव व उपचार को लेकर उन्हें जागरूक भी करेंगे. यह दंत कुंभ महाकुंभ के पहले दिन 13 जनवरी से शुरू होकर मेले की समाप्ति के दो दिन बाद 28 फरवरी तक चलेगा. उनके मुताबिक विश्व हिंदू परिषद के कैंप में इस बार केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक 24 जनवरी को होगी. 25 और 26 जनवरी को संत सम्मेलन होगा. केंद्रीय व अन्य पदाधिकारियों की अखिल भारतीय बैठक 6 से 9 फरवरी के बीच होगी. 


रिटायर लोग सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करते हैं
मिलिंद परांडे ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर यादव के विश्व हिंदू परिषद के कार्यक्रम में शामिल होने और बयान देने पर उनका बचाव किया. उन्होंने कहा कि परिषद वैसे तो आम तौर पर रिटायर जज को ही बुलाता है. हम अपेक्षा करते हैं कि रिटायर लोग सनातन धर्म के प्रचार प्रसार का काम करेंगे, लेकिन सेवा में रहने वाले मौजूदा लोगों से हम किसी तरह की कोई अपेक्षा नहीं करते. उनके मुताबिक वैसे जस्टिस शेखर यादव ने अपने संबोधन में कुछ भी गलत नहीं कहा था. मिलिंद परांडे का कहना है कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट के कोलोजियम में पेंडिंग है, इसलिए इस बारे में ज्यादा कुछ बोलना उचित नहीं होगा.


कांग्रेस पार्टी वोट बैंक की राजनीति करते हैं
मिलिंद परांडे ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के संसद में फिलिस्तीन लिखा हुआ बैग ले जाने पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह उनके दोगलेपन को दिखाता है. कांग्रेस के लोग ने हमेशा इसी तरह का दोगलापन दिखाई हैं. कभी भारत का हिस्सा रहे बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और उत्पीड़न के विरोध में यह लोग कभी आवाज नहीं उठाते, लेकिन फिलिस्तीन से हमदर्दी जताते हुए वोट बैंक की सियासत करने से बाज नहीं आते. यह पूरी तरह गलत है और इसकी निंदा होनी चाहिए. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं के उत्पीड़न के मुद्दे पर लगातार आंदोलन जारी रखने की बात कही.


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