लखनऊ, एजेंसी। खुफिया एजेंसियों के इनपुट के बाद प्रदेश के सभी जिलों में हाई अलर्ट कर दिया गया है। बता दें कि 5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर शिलान्यास के कार्यक्रम को लेकर आतंकी साजिश का इनपुट है। वहीं, 5 से 15 अगस्त के बीच भी खुफिया एजेंसियों ने आतंकियों द्वारा किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की मंशा जताई है। फिलहाल, सभी जिलों को महत्वपूर्ण स्थानों पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।


गौरतलब है कि अगले सप्ताह अयोध्या में राम मंदिर के 'भूमिपूजन' समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिस्सा लेने वाले हैं। ऐसे में प्रदेश में सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। राज्य सरकार के साथ साझा किए गए इंटेल नोट की जानकारी में कहा गया है कि पाकिस्तान के आईएसआई समर्थित आतंकवादी संगठन द्वारा पांच अगस्त को हमले को अंजाम देने की कोशिश की जा रही है। आईएसआई ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष नेतृत्व को हमला करने का आदेश दिया है। यह आतंकी हमला भीड़-भाड़ वाली जगह पर हो सकता है। ह्युमन इंटेलिजेंस और इलेक्ट्रॉनिक इंटरसेप्ट्स के आधार पर यह संदेह जताया जा रहा है कि आतंकवादियों का एक छोटा समूह देश में घुसपैठ कर सकता है।


आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 'भूमिपूजन' समारोह के लिए सुरक्षा-व्यवस्था उच्चस्तर पर होगी। संयोगवश इसी दिन कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की पहली वर्षगांठ भी है। सुरक्षा अलर्ट 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस तक रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा के कई शीर्ष नेता जिनमें लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और आरएसएस के कई अन्य नेताओं के भी कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है। इस अवसर पर देश के शीर्ष उद्योगपति और नौकरशाहों की उपस्थिति भी दर्ज हो सकती है।


साकेत महाविद्यालय का क्षेत्र, जहां प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरेगा और जहां से वह राम जन्मभूमि स्थल तक पहुंचेंगे, उसकी घेराबंदी कर दी गई है, साथ ही पास के रामकोट इलाके के निवासियों को आवागमन के लिए पास जारी कर दिए गए हैं। वहीं नियमित सुरक्षा जांच की जा रही है और डोर-टू-डोर चेकिंग भी की जा रही है।


अयोध्या में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा कर्मियों को छतों पर तैनात किया जाएगा और ड्रोन कैमरे से इस क्षेत्र की निगरानी की जाएगी। सभी होटल, लॉज, गेस्टहाउस का सत्यापन चल रहा है और धार्मिक शहर में प्रवेश द्वारों को सील किया जा रहा है।


आसपास के जिलों में भी बड़े अफसरों की तैनाती
वहीं, 5 अगस्त की संवेदनशीलता को देखते हुए अयोध्या के आसपास के जिलों में भी बड़े अफसरों की तैनाती की जा रही है। इनमें एडीजी प्रॉसीक्यूशन आशुतोष पांडे को अमेठी, एडीजी ट्रैफिक को गोंडा, एडीजीपी पीएसी रामकुमार को बहराइच, आईजी फायर सर्विस विजय प्रकाश को सुल्तानपुर, आईजी पीयूष मोरडिया को अंबेडकरनगर, आईजी एके राय को बस्ती, डीआईजी भर्ती बोर्ड विजय भूषण को बाराबंकी, डीआईजी (प्रशासन) आरके भारद्वाज को सिद्धार्थनगर तैनात किया गया है। ये सभी अफसर सोमवार शाम को अपने नोडल जिले में पहुंचेंगे और वहां 6 अगस्त तक कैंप करेंगे।