Raebareli News: रायबरेली में  बहुचर्चित आदित्य हत्याकांड के मुख्य आरोपी के ढाबे पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अमले के अधिकारियों मौजूदगी में बाबा का बुलडोजर जमकर गरजा. नौ अक्टूबर 2019 को खाने पीने के विवाद में एक नव युवक आदित्य की हत्या कर दी गई थी. हालांकि प्रशासनिक अधिकारी नक्शा ना पास होने के कारण विकास प्राधिकरण द्वारा कार्यवाही की बात कह रहे है. ये कार्रवाई रायबरेली के मिल एरिया थाना क्षेत्र के प्रयागराज लखनऊ हाईवे स्थित रतापुर चौराहे पर की गई.


खाने पीने के विवाद में युवक से हुआ था झगड़ा


मिल एरिया थाना क्षेत्र के रतापुर चौराहे पर स्थित सोमू ढाबा पर नौ अक्टूबर 2019 को खाने पीने के विवाद में एक युवक आदित्य सिंह के साथ मारपीट  हुई थी. जिसमें आदित्य सिंह की मौत हो गई थी. जिसके आरोप में सोमू ढाबा के मालिक सुरेश यादव सहित लगभग एक दर्जन लोग सलाखों के पीछे पहुंचे थे. तब से सोमू ढाबा के मालिक की संपत्ति और अन्य के विरुद्ध प्रशासन द्वारा धीरे-धीरे कार्रवाई की जा रही थी, लेकिन रविवार तड़के भारी संख्या में पुलिस बल के साथ अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्रा, सीओ सिटी वंदना सिंह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका डॉ आशीष कुमार सिंह और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और ढाबे पर बुलडोजर चलवाना शुरु कर दिया.


अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार ने क्या कहा


अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार ने कहा "विकास प्राधिकरण रायबरेली द्वारा जो मानक होते हैं इसमें नक्शा पास कराने के बाद ही निर्माण कराया जाना चाहिए था. उसके संबंध में इनका जो वाद था वो विकास प्राधिकरण में विचाराधीन था. जिसमें प्रॉपर सुनवाई करने के बाद इसको डेमोलिश  करने का आदेश विहित प्राधिकारी द्वारा दिया गया था. इस मामले में नोटिस और समय पूरा होने के बाद जो अवैध निर्माण है उसे गिराया गया है. आदित्य हत्याकांड के बारे में कोई जानकारी नहीं है. विकास प्राधिकरण द्वारा नक्शा न पास होने पर ये कार्रवाई की गई है."


कार्रवाई को आदित्य हत्याकांड से जोड़ा जा रहा


अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार सोमू ढाबे पर चले बुलडोजर को विकास प्राधिकरण की कार्यवाही बता रहे हैं. सोमू ढाबा का नक्शा ना पास होने के कारण विकास प्राधिकरण द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का आदेश देने के बाद यह कार्रवाई की गई, लेकिन पूरे मामले को आदित्य हत्याकांड से जोड़ा जा रहा है. क्योंकि शहर भर में सैकड़ों नहीं हजारों की संख्या में बिना नक्शा पास कराए बड़ी-बड़ी अवैध इमारतें, कॉम्प्लेक्स और घर बनाए गए हैं, लेकिन नपुंसक कहे जाने वाले विकास प्राधिकरण द्वारा उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई. फिलहाल प्रशासन द्वारा इसे विकास प्राधिकरण की कार्यवाही बता करके मामले का पटाक्षेप कर दिया गया है. वहीं घटना स्थल पर अपर जिलाधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट,  सीओ सिटी सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है.


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