Indian Railway New Rule: भारतीय रेलवे (Indian Railway) दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क्स में से एक माना जाता है. हर साल भारतीय रेल के जरिए लाखों यात्री सफर करते हैं. टूरिस्ट सीजन में भी भारतीय रेल से सफर करने वालों की एक बड़ी संख्या है. लेकिन इस बार टूरिस्ट सीजन के दौरान यात्रियों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है. जिसे देखते हुए रेलवे पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से रियायती टिकट दिए जा रहे हैं. इस योजना के तहत टूरिस्ट्स को यात्रा की दूरी के आधार पर अधिकत चालीस फीसदी तक किराए में छूट दी जा रही है. इंडियन रेलवे ने सर्कुलर टूर टिकट की बिक्री की भी शुरुआत कर दी है.


पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरूआत


दरअसल कोरोना संक्रमण के दौर में रेलवे ने रियायती टिकट की शुरुआत की थी जिसे बाद में बंद कर दिया गया था. हालांकि रेल सेवा शुरू होने के बाद दिव्यांगों और गंभीर बीमारी के मरीजों को किराए में छूट मिल रही थी. लेकिन अब पर्यटन को बढ़ावा देने की मुहिम के तहत रेलवे ने एक बार फिर रियायती दरों पर टिकट बिक्री की शुरुआत कर दी है. IRCTC की तरफ से पर्यटन स्पेशल ट्रेन का भी संचालन किया जा रहा है. हालांकि अप्रैल से शुरू हुई इस ट्रेन सेवा से उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिल सके.


Prayagraj News: स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों के तबादले पर क्यों नाराज हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, बताई वजह


यात्रियों के लिए जारी हुए सर्कुलर टूर टिकट


प्री कोविड टाइम में पर्यटन सीजन में मुरादाबाद रेल मंडल में 60 लाख यात्री हर महीने ट्रेन यात्रा करते थे. लेकिन मौजूदा सीजन में ये संख्या 40 लाख से भी कम है. ऐसे में नियमों में संशोधन कर सर्कुलर टूर टिकट जारी किए गए हैं. हर रेलवे स्टेशन पर इस टिकट को आरक्षण काउंटर पर खरीदा जा सकता है. नए संशोधन के मुताबिक जितनी ज्यादा रेल यात्रा की दूरी होगी उतना ही ज्यादा छूट दी जा सकेगी. ये छूट अधिकतम चालीस फीसदी तक हो सकती है. खास बात ये कि अगर आप इस टिकट के तहत यात्रा कर रहे हैं तो उसी रूट से आप वापसी की यात्रा नहीं कर सकते. इसके लिए आपको दूसरे रूट से वापसी करनी होगी. इसका मकसद ये है कि यात्री ज्यादा से ज्यादा पर्यटन स्थलों पर जा सकें.


Bundelkhand Expressway: डकैतों और पिछड़ेपन के दाग को मिटाकर विकास को देगा नई रफ्तार, ये सात जिलों को करेगा कनेक्ट