उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से जारी बारिश का दौर जारी है. इस बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. अलीगढ़ (Aligarh) के एक किसान ने बताया कि इस बारिश में उसकी सारी फसलें बरबाद हुई हैं. इस किसान ने सरकार से मदद की अपील की है. बारिश के कारण लाखों हेक्टेयर कृषि भूमि पानी में डूब गई. इसमें धान, मक्का और आलू की फसलों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा. इसके अलावा, बाजरा और उड़द की फसलों पर भी बुरा असर पड़ा है.
क्या कहना है किसान का
अलीगढ़ के एक किसान ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि उसने काफी पैसा लगाकर फसलें बोईं थीं. लेकिन भारी बारिश की वजह से उसकी सारी फसलें बरबाद हो गईं. किसान ने बताया कि बारिश से उसकी आलू की सारी फसल तबाह हो गई है. इस किसान ने सरकार ने बारिश से फसलों को हुए नुकसान के लिए सरकार से मदद की अपील की है.
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है. अलीगढ़ में सोमवार को करीब 59 एमएम बारिश दर्ज की गई. गलत समय पर हुई बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश के 75 में से 67 जिलों में पिछले हफ्ते अत्यधिक बारिश हुई. मानसून के दौरान बारिश बहुत कम हुई थी. इससे भी फसलों को काफी नुकसान हुआ था. अब बेमौसम हुई इस बरसात से बची हुई फसलें और नई बोई गईं फसलें भी बरबाद हो गई हैं. इससे किसानों की परेशानी और बढ़ गई है.
किन फसलों को ज्यादा हुआ है नुकसान
बारिश के कारण लाखों हेक्टेयर कृषि भूमि पानी में डूब गई. इसमें धान, मक्का और आलू की फसलों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा. इसके अलावा, बाजरा और उड़द की फसलों पर भी बुरा असर पड़ा है. आलू की जल्द बोई जाने वाली प्रजातियों को किसानों ने सितंबर के अंत में बुवाई की थी, लेकिन भारी बारिश कती वजह से आलू के कंद सड़ गए. अब अक्तूबर में हुई बारिश से आलू की बाद में बोई जाने वाली प्रजातियों की बुवाई मुश्किल हो गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सूखा और बाढ़ से प्रभावित किसानों को राहत देने के संबंध में कुछ निर्देश जारी किए हैं, लेकिन किसान सरकारी मदद को नाकाफी बता रहे हैं.
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