UP Rajya Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 1 सीट के लिए होने वाले मतदान से 5 दिन पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर ने बड़ा एलान किया है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक तस्वीर जारी कर आगामी चुनाव की रणनीति का खुलासा कर दिया है. दरअसल, राजभर ने बुधवार को अपने विधायकों संग सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की.


इस संदर्भ में राजभर ने तस्वीर भी पोस्ट की और लिखा- कल शाम को 5 कालिदास मार्ग लखनऊ स्थित में   मुख्यमंत्री आवास पर माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  के साथ बैठक कर सभी विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में एकजुट होकर एनडीए प्रत्याशी को जिताने का निर्णय लिया . राज्यसभा चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक एनडीए के साथ है . जय श्री राम. जय सुहेलदेव. जय भीम.



क्या कहते हैं समीकरण?
अगर यूपी विधानसभा के मौजूदा आंकड़ों को देखें तो 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 252, सपा के 108 और कांग्रेस के दो सदस्य हैं. भाजपा के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के 13 और निषाद पार्टी के छह सदस्य हैं. रालोद के नौ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के छह, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो और बसपा का एक सदस्य हैं. मतदान 27 फरवरी को होगा और नतीजे उसी दिन घोषित किए जाएंगे.


एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए प्रत्याशी को 37 विधायकों के वोट की ज़रूरत है. एनडीए के पास 279 सीटें हैं, आरएलडी के 9 मिलाकर कुल आंकड़ा 288 का बनता है. सपा और कांग्रेस को मिलाकर 110 और बहुजन समाजवादी पार्टी के पास एक विधायक है. चार सीटें ऐसी हैं, जिस पर कोई विधायक नहीं यानी वो सीटें खाली हैं. ऐसे में भाजपा को एक सीट के लिए आठ विधायकों के समर्थन की जरूरत है, जिसको लेकर क्रॉस वोटिंग होने के ज्यादा आसार हैं.


अगर आंकड़े पर नजर डालें तो, भाजपा को आठवें प्रत्याशी को जिताने के लिए आठ विधायकों के वोट की ज़रूरत पड़ेगी. आरएलडी विधायकों को मिलाकर एनडीए के पास 288 वोटों का आंकड़ा है. जबकि, सपा को तीसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए एक अतिरिक्त विधायक के वोट की ज़रूरत है, लेकिन सपा के दो विधायक जेल में कैद हैं. वहीं, पल्लवी पटेल बागी रूख अपना चुकी हैं, सपा-कांग्रेस को मिलाकर 110 विधायक हैं. ऐसे में सपा को चार अतिरिक्त वोट की जरूरत पड़ेगी.