OP Rajbhar on Swami Prasad Maurya: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर दिए गए विवादित बयान पर सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर (OP Rajbhar) ने तीखा प्रहार किया है. राजभर ने कहा, 'लाखों करोड़ों लोगों की आस्था रामचरितमानस से जुड़ी हुई है. क्या स्वामी प्रसाद ने रामचरितमानस पूरी पढ़ी है? यह कब की कहानी है. किसने कहा है यह भी जानकारी होनी चाहिए. आज सपा चुप है मतलब सपा उनके बयान के समर्थन में है. सपा पतन की ओर जा रही है. जैसे लंका का नाश हुआ था वैसे ही सपा को खत्म करने के लिए यह बयान है.'
ओपी राजभर ने कहा, 'जब पिछड़ा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बनाए गए राम लोटन निषाद तो सपा ने उनके इसी तरह के बयान को लेकर पार्टी से निकाल दिया था. आज अगर सपा स्वामी प्रसाद के समर्थन में नहीं है तो जो राम लोटन निषाद के साथ कार्रवाई हुई. इनके साथ भी कार्रवाई हो. सपा के बुरे दिन हैं. विनाश काले विपरीत बुद्धि. जो भी बयान आ रहे वह सपा को पतन की ओर ले जाने के लिए आ रहे हैं. स्वामी प्रसाद अपनी बिटिया को अभी उसी राम दरबार (बीजेपी) में रखे हैं. उनकी बेटी अभी भगवान राम के दरबार में सांसद है. पहले अपनी बिटिया को समझाएं, ऐसे बयान देकर विवाद ना खड़ा करें.'
सपा ने एमएलसी बना दिया अब जो कहना है कहो - राजभर
राजभर ने आगे कहा, 'स्वामी प्रसाद ने सपा ज्वाइन की, सपा ने टिकट दिया, चुनाव हारने के बाद समझ जाना चाहिए कि वह कितनी बड़ी ताकत है. पार्टी के तमाम पुराने दिग्गज नेता जो खून-पसीना एक कर पार्टी को आगे बढ़ाने में लगे रहते हैं उनके साथ अन्याय हुआ. जो सपा के खिलाफ बोलते थे कभी, बाहर से लाकर के सपा ने एमएलसी बना दिया. सपा ने इसलिए एमएलसी बना दिया कि जाओ जितना रामचरितमानस के खिलाफ बोलना है बोलो.'
ये भी पढ़ें -
UP Politics: बृजभूषण शरण सिंह के मामले में क्यों खामोश हैं अखिलेश और चाचा शिवपाल यादव, क्या है वजह?