UP By-Election 2022: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को बिना नाम लिए सपा नेता आजम खान पर निशाना साधते हुए कहा कि जमीन के बिना जमींदारी और बिना जनाधार के जागीरदारी नहीं होगी. रामपुर शहर विधानसभा क्षेत्र में पांच दिसंबर को होने वाले उपचुनाव के प्रचार के लिए बीजेपी नेता नकवी पहुंचे थे. यहां उन्होंने पार्टी उम्मीदवार आकाश सक्सेना के पक्ष में विधानसभा क्षेत्र के ककरौआ गांव में आयोजित खिचड़ी पंचायत में हिस्सा लिया और सपा नेता पर जमकर तंज किया.
वहीं मुख्तार अब्बास नकवी ने ककरौआ गांव में खिचड़ी पंचायत में गांव की जनता से बीजेपी प्रत्याशी के लिए वोट की अपील की. उन्होंने जमीन पर बैठकर खिचड़ी खाई और उसके बाद वह गन्ना चूसते नजर आए. उनके साथ राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, सांसद घनश्याम सिंह लोधी और प्रत्याशी आकाश सक्सेना भी नजर आए. सपा नेता आजम खान को भड़काऊ भाषण के मामले में सजा सुनाए जाने के बाद हाई कोर्ट के फैसले के अनुरूप उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. साथ ही विधानसभा सचिवालय ने रामपुर शहर सीट रिक्त घोषित कर दी.
बीजेपी बिना भेदभाव के करती है विकास- नकवी
वहीं अब इस सीट पर पांच दिसंबर को मतदान और आठ दिसंबर को मतगणना होगी. अपने संबोधन में नकवी ने कहा कि यह जो जन चौपाल आयोजित की गई है, यह वोटों की ठेकेदारी नहीं बल्कि विकास में भागीदारी के लिए की गई है. उन्होंने केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सरकार में विकास कार्यों की प्रशंसा करते की. नकवी ने कहा कि यह सरकार बिना भेदभाव के विकास करती है. उन्होंने आजम खान के इस्तीफे से रिक्त हुई रामपुर लोकसभा सीट पर हाल में हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार की हार की ओर इशारा करते हुए कहा कि ''यहां एक के बाद एक उपचुनाव हो रहे हैं और जनता का रुख पता चल गया है.''
बिना जनाधार के जागीरदारी नहीं होगी
नकवी ने आगे कहा कि अब जो उपचुनाव है वह विधानसभा का है और कोई कह रहा था कि यह किसी का गढ़ है. उन्होंने बिना नाम लिए आजम खान पर तंज कसते हुए कहा कि बिना जमीन के जमींदारी और बिना जनाधार के जागीरदारी नहीं होगी. नकवी ने आजमगढ़ के उपचुनाव की ओर संकेत करते हुए कहा कि आजकल बड़े-बड़े गढ़ भी गड्ढे में चले गए. उन्होंने कहा कि गढ़ किसी चीज का होना चाहिए, तो वह विकास का होना चाहिए, लोगों के विश्वास का होना चाहिए, लोगों की सुरक्षा का होना चाहिए और लोगों की समृद्धि का होना चाहिए.
इन सीटों पर बीजेपी ने मारी बाजी
रामपुर संसदीय क्षेत्र में जून महीने में हुए उपचुनाव में बीजेपी के घनश्याम लोधी ने आजम खान के करीबी आसिम रजा को हरा कर यह सीट सपा से छीन ली थी. इसी तरह सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस्तीफे से रिक्त हुई आजमगढ़ संसदीय सीट पर भी रामपुर के साथ ही उपचुनाव हुआ था, जहां सपा उम्मीदवार पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को भारतीय जनता पार्टी के दिनेश लाल यादव निरहुआ ने हराया था. सपा ने रामपुर के विधानसभा उपचुनाव में भी आसिम राजा पर ही दांव लगाया है.