Loudspeaker Row: सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व वाली यूपी सरकार ने राज्य में अवैध लाउडस्पीकरों पर एक नया निर्देश जारी किया है. नए निर्देश के अनुसार, सभी अवैध लाउडस्पीकरों को धार्मिक स्थलों से उतारा जाएगा, इस बीच जिला अधिकारियों को ईद और अक्षय तृतीया से कुछ दिन पहले 30 अप्रैल तक ऐसे सभी जगहों की रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है. जहां अवैध लाउडस्पीकर लगे हैं. यह नया निर्देश लाउडस्पीकर के पास में रहने वाले लोगों के लिए परेशानी से बचाने के लिए आया है. वहीं इन दिनों यूपी में जगह-जगह धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं, और कई शहरों से तस्वीरें सामने आई हैं.
बता दें कि इस बीच कैसरबाग, लखनऊ के एसीपी योगेश कुमार ने बताया कि क्षेत्र में सभी को ध्वनि प्रदूषण से जुड़ी जानकारी दी जा रही है. वहीं सभी मस्जिदों, मंदिरों, गुरुद्वारों, चर्चों और मैरिज हॉल के सरकार और कोर्ट के आदेश से अवगत कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोग गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं.
वहीं अयोध्या से एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां राम जानकी मंदिर (Ram Janki temple) और सुन्नी जामा मस्जिद (Sunni Jama Masjid) ने मिलकर धार्मिक सौहार्द बनाए रखने का बड़ा उदाहरण पेश किया है. दोनों जगहों पर लाउडस्पीकर बंद करने का फैसला किया गया है. स्थानीय एसडीएम ने बताया कि ये फैसला शांति समिति की बैठक के बाद हुआ है.
अबतक हटाए गए 125 लाउडस्पीकर
बीते सोमवार को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि राज्य में अब तक 125 लाउडस्पीकर हटाए जा चुके हैं और करीब 17,000 नागरिकों ने ऐसे उपकरणों की मात्रा कम करने पर सहमति जताई है. वहीं अपने 18 अप्रैल के निर्देश में, सीएम योगी ने यह भी कहा था कि राज्य में बिना अनुमति के किसी भी धार्मिक जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी. वहीं अब लाउडस्पीकरों को धार्मिक स्थलों से उतारने का निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यह कहने के कुछ दिनों बाद आया है कि धार्मिक स्थलों पर अनुमति के साथ लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन ध्वनि परिसर से बाहर नहीं आनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि लाउडस्पीकरों के लिए कोई नया परमिट जारी नहीं किया जाएगा.
कहां से शुरू हुआ लाउडस्पीकर विवाद
दरअसल, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे द्वारा मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों को हटाने की मांग के बाद धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया. उन्होंने बीते दिनों कहा था कि अगर ऐसा नहीं होता है, तो मस्जिदों के बाहर ज्यादा आवाज के साथ हनुमान चालीसा बजाने वाले लाउडस्पीकर होंगे. ठाकरे की मांगों को तेज करने के लिए, कई मनसे कार्यकर्ताओं ने मुंबई पुलिस आयुक्त से मुलाकात की और एक पत्र सौंपा, जिसमें कहा गया था कि अगर 3 मई तक मस्जिदों में लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए, तो वे हनुमान चालीसा बजाना शुरू करेंगे.