UP News: योगी सरकार अगले 2 महीने में प्रदेश की सभी 403 विधानसभाओं में रोजगार मेले का आयोजन करेगी. इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने श्रम और सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर को निर्देश दिए हैं. सीएम ने ये निर्देश 8 जनवरी को अपने आवास पर बजट की समीक्षा को लेकर आयोजित बैठक में दिए. मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि सीएम की बैठक के तत्काल बाद उन्होंने इसे लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें तय हुआ है कि पहला रोजगार मेला 3 फरवरी को आजमगढ़ की दीदारगंज विधानसभा में होगा.


मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि मार्च तक उत्तर प्रदेश की हर विधानसभा में रोजगार मेला लगाने का निर्देश दिया गया है, खास तौर पर 100 वो विकासखंड जो पिछड़े हैं. मंत्री ने कहा कि बेरोजगारी की समस्या की बात करें, तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में थोड़ी सुविधा है. एनसीआर और दिल्ली के करीब होने की वजह से वहां के नौजवानों के पास विकल्प होता है, लेकिन पूर्वांचल और बुंदेलखंड इस मामले में पीछे रह जाता है. इसलिए वहां से इसे शुरू करने जा रहे हैं. हालांकि योगी सरकार के इस फैसले पर सपा ने तंज कसा है. सपा प्रवक्ता अमीक जामेई ने कहा कि शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी जब नौकरी मांगते हैं, तो सरकार पुलिस से लाठी चलवाती है. अब विधानसभा में बुलाकर नौकरी देने की बात कर रही.


बीजेपी यहां की सभी सीटें हारी हुई है


बीजेपी सरकार भी जानती है कि चुनावी मैदान में रोजगार बाड़ा मुद्दा होगा. विपक्ष भी लगातार इसे लेकर निशाना साधते है. ऐसे में सरकार का ये फैसला युवाओं के बीच एक बड़ा संदेश लेकर जाएगा. इतना ही नहीं पहला रोजगार मेला आजमगढ़ में लगाया जाना भी अपने आप में काफी कुछ कहता है. बीजेपी उन लोकसभा सीटों पर खास रणनीति के तहत काम कर रही है, जो 2019 में उसके हाथ नहीं लगी. इन्हीं में एक सीट है आजमगढ़, 2022 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी यहां की सभी सीटें हारी थी. उपचुनाव में बीजेपी भले ही आजमगढ़ लोकसभा की सीट पर कमल खिलाने में सफल रही, लेकिन जीत का अंतर काफी कम रहा.


वहीं अनिल राजभर ने बताया कि 28 जनवरी की बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बजट को लेकर कहा कि हमारे पास जो बजट है उसे मार्च तक खर्च करना है. उन्होने कहा कि लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए काम करना है और जो नया बजट हम बनाएं तो इस बात को ध्यान में रखकर बनाएं कि उतना ही बजट मांगे जितना खर्च कर सकें. बजट खर्च न होने पर विपक्षियों के बयान को लेकर अनिल राजभर ने कहा कि आज की तारीख में सभी विभागों ने अपने बजट का जो खर्च किया है, अपनी योजनाओं पर पूरे देश में एक उदाहरण प्रस्तुत करने वाला है. पिछली सरकारों का इतिहास उठाकर देख लीजिए, तुलना कर लीजिए वर्तमान सरकार से तो पिछले सरकार कहीं नहीं टिकती.


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