मेरठ: यूपी के मेरठ में आज से नन्हें मुन्हें बच्चों के स्कूल आगमन को लेकर प्रबंधन ने ज़ोरदार तैयारियां की हैं. सैनेटाइज़ेशन, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के साथ-साथ कई स्कूलों ने हाईटेक मशीनें भी लगवाई हैं. इस हाईटेक मशीन के ज़रिए बच्चों की थर्मल स्कैनिंग को ख़ुद प्रिंसिपल अपने केबिन से ही बैठकर मॉनिटर कर सकेंगे.


क्लास 9 से 12 के साथ अब दस फरवरी से क्लास 6 से 8 तक के बच्चे भी स्कूल आएंगे. कोराना काल में स्कूल आने वाले बच्चों को लेकर प्रबंधन ने व्यापक इंतज़ाम किए हैं. कई स्कूलों में तो हाईटेक मशीनों के ज़रिए बच्चों की थर्मल स्कैनिंग होगी. इस हाईटेक थर्मल स्कैनिंग मशीन की मॉनिटरिंग प्रिंसिपल के कमरे से भी की जा सकेगी.


स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वही बच्चे स्कूल कैम्पस में दाखिल होंगे जिनका टेम्परेचर ठीक होगा. यही नहीं स्कूल प्रबंधन ने क्लासरुम में भी रेड रिबन वाली कुर्सियां मेज़ लगाए हैं ताकि बच्चा दूर से देखते ही समझ जाए कि उसे कहां बैठना है.


टीचर्स का भी कोविड टेस्ट कराने की योजना


स्कूल प्रबंधन का कहना है कि कोई भी बच्चा टिफिन बॉक्स या फिर पेंसिल पेन बॉक्स इत्यादि शेयर नहीं कर सकेगा. सीसीटीवी कैमरे के ज़रिए भी क्लासरुम की निगरानी की जाएगी. अभिभावक भी स्कूल के इंतज़ामों को लेकर ख़ुश हैं. अभिभावकों का कहना है कि इस हाईटेक तैयारी की वजह से अब वो अपने बच्चों को लेकर बेफिक्र रहेंगे.


कई स्कूलों ने अपने टीचर्स का भी कोविड टेस्ट कराने की योजना बनाई है. यही नहीं हर बच्चे पर निगाह रखी जाएगी और अगर किसी बच्चे में सर्दी खांसी या ज़ुकाम की शिकायत हुई तो उसका भी कोविड टेस्ट कराया जाएगा. स्कूल प्रबंधन ने तो व्यापक तैयारियां की ही हैं लेकिन अभिभावकों को भी अलर्ट रहने की ज़रुरत है. सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क इत्यादि को लेकर अभिभावकों को भी अपने बच्चों को जागरुक करने की ज़रुरत है. ताकि बच्चे सेफ और हेल्दी स्टडी कर सकें.


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