UP Crime News: ठेके पर दूसरे की हत्या कराए जाने की तमाम घटनाएं आपके सामने आई होंगी, लेकिन संगम नगरी प्रयागराज में एक ऐसा चौंकाने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एक शख्स ने अपने परिचित को खुद की हत्या की सुपारी देकर अपना ही कत्ल करा दिया. आरोपी ने सुपारी देने वाले को बेरहमी से कत्ल भी कर दिया, लेकिन इस मर्डर मिस्ट्री के पीछे की हकीकत जानकर आप हैरान हो जाएंगे. 


मृतक को इस बात का था भरोसा 
दरअसल, युवक ने अपनी हत्या इसलिए कराई, ताकि पुनर्जीवित होकर वह तमाम सिद्धियों को हासिल कर सके. खुद के कत्ल की सुपारी देने वाले शख्स को इस बात का भरोसा था कि वह एक घंटे के अंदर फिर से जीवित हो जाएगा और उसके पास तमाम ऐसी शक्तियां आ जाएंगी जिससे वह पूरी दुनिया पर राज कर सकेगा. तंत्र मत्र के फेर में खुद की हत्या कराए जाने का यह अनूठा ही नहीं बल्कि शायद पहला मामला होगा. हालांकि, इस फैसले को सनकीपन से ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता, क्योंकि न तो खुद का कत्ल कराने वाला व्यक्ति पुनर्जीवित हुआ और न ही उसके कत्ल का आरोपी कानून की गिरफ्त में आने से बच सका.


मृतक ने कहा था - मुझे दैवीय सिद्धियां प्राप्त हो चुकी है  
यह सनसनीखेज घटना प्रयागराज के यमुना नगर के करछना थाना क्षेत्र में गधियांव गांव की  बीते 10 दिसंबर की है. प्रयागराज पुलिस का दावा है कि अंधविश्वास और पुनर्जन्म को लेकर मृतक आशीष दीक्षित ने अपनी खुद की हत्या करने के लिए अपने परिचित को तैयार किया. उसने अपने कातिल को लालच भी दिया, जिसकी वजह से वह हत्या करने को राजी हुआ. पुलिस के मुताबिक मृतक आशीष दीक्षित अपने दोस्त नितिश सैनी को अपनी हत्या करने के लिए कहा था. उसका कहना था कि उसे दैवीय सिद्धियां प्राप्त हो चुकी हैं. इसलिए उसकी गला काट कर उसे महाशक्तियों के साथ अगर वह छोड़ देगा और पूजन सामग्री गंगा में प्रवाहित कर देगा तो वह पुनर्जीवित होकर वापस आकर उससे मिलेगा.


मृतक ने अपने दोस्त से कहा था कि अगर एक घंटे में वह वापस लौट कर नहीं आया तो वह ट्रेन पकड़कर हरिद्वार चला जाए. वहीं पर आकर वह उसे मिलेगा, जिसके बाद नितिश सैनी ने आशीष दीक्षित के गले में चापड़ से कई वार कर उसकी हत्या कर दी थी. इसके बाद उसके शव को वहीं छोड़कर सभी तंत्र साधना की वस्तुओं को लेकर अरैल घाट पर गंगा नदी में प्रवाहित करके हरिद्वार के लिए रवाना हो गया. नीतीश को इस बात की उम्मीद थी कि पुनर्जीवित होकर वह उसे भी कुछ पैसे देगा और साथ सिद्धियां हासिल होने पर उसका भी फायदा होगा.


हत्यारा ऐसे हुआ गिरफ्तार 
प्रयागराज के पुलिस उपायुक्त यमुना नगर सौरभ दीक्षित के मुताबिक मोबाइल सर्विलांस और एसओजी टीम के प्रयास के बाद नितिश सैनी को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में नितिश सैनी ने बताया है कि वह लगभग 5 महीने पहले आशीष दीक्षित के साथ हर की पौड़ी हरिद्वार में गंगा स्नान के समय उसके साथ मिला था, जिसके बाद आशीष दीक्षित के अंधविश्वास की जाल में फंस कर उसने अपनी नौकरी एवं परिवार को छोड़ दिया था. नितिश सैनी आशीष के साथ हरिद्वार से चलकर वाराणसी कानपुर लखनऊ आगरा होते हुए प्रयागराज में आकर रुका था. 8 दिसम्बर को दोनों प्रयागराज से विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए भी गए थे. वापसी के दौरान आशीष ने नितिश सैनी से कहा कि मुझे सिद्धि प्राप्त हो चुकी है और अब मुझे तुम मार भी दोगे तो मैं फिर से जीवित होकर दैवीय शक्तियां प्राप्त तुम्हारे जीवन के सारे कष्टों को दूर कर दूंगा. इस बाबत उसने महाभारत में वर्णित बर्बरीक की कहानी को भी यूट्यूब पर दिखायी थी, जिसके बाद नितिश सैनी उसके माया जाल में फंसकर चापड़ से उसकी गर्दन में कई वार कर हत्या कर दी थी. पुलिस ने हत्यारोपी नितिश सैनी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चापड़ को भी बरामद कर लिया है. पुलिस गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ अग्रिम विधिक कार्रवाई कर उसे जेल भेजने की तैयारी कर रही है.


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