UP News: एटीएम कार्ड बदलकर स्वैप मशीन के जरिए लोगों की गाढ़ी कमाई को उड़ाने वाले अंतरराज्यीय गैंग का यूपी (UP) की सीतापुर पुलिस (Sitapur Police) ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस के खुलासे में कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. लोगों के पैसे उड़ाने की घटनाओं को अंजाम देने वाला यह शातिर गैंग बिहार का बताया जा रहा है जोकि बड़े ही शातिर ढंग से वारदाताओं को अंजाम दे रहा था. पकड़े गए आरोपियों ने भी इस बात को कुबूल किया है. 


ऐसे करते थे भोलेभाले लोगों का अकाउंट खाली
अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी एनपी सिंह ने बताया कि इस शातिर गैंग के लोग एटीएम मशीन में मैग्नेट (चुंबक) लगाकर बटनों को खराब कर देते थे और पैसे निकालने के लिए आने वाले लोगों से बड़े ही शातिर अंदाज में कार्ड को बदल लेते थे. इसके बाद असली एटीएम से स्वैप मशीन के जरिए रकम को निकालकर अपने एकाउंट में जमा कर देते थे.  एएसपी ने बताया कि 2 ऐसे अकाउंट मिले हैं जो बिना केवाईसी के चलाए जा रहे थे जिन्हें होल्ड करा दिया गया है.


पुलिस के हत्थे चढ़ा एक आरोपी
 एएसपी ने बताया कि सिधौली में बिसवां चौराहे के पास लगे एचडीएफसी बैंक के एटीएम में छेड़छाड़ करते समय इसकी सूचना सिधौली पुलिस को मिली थी. पुलिस मामले की गंभीरता को भांपते हुए मौके पर पहुंची. पुलिस को देखकर संदिग्ध 4 आरोपियों में से 3 भीड़भाड़ का फायदा उठाकर बच निकले, जबकि एक पुलिस के हत्थे चढ़ गया.


 आरोपी का नाम मनीष कुमार बताया जा रहा है जो बिहार के नेवादा जिले के पाली  गांव का रहने वाला है. वहीं फरार 3 अरोपियों में मनीष उर्फ कारू पुत्र बाल्मिकी, गुलशन पुत्र टुनटुन, डम्पू पुत्र सुरेश निवासी थाना फतेपुर जनपद गया बिहार के रहने वाले हैं.


आरोपियों के कब्जे से 92 हजार रुपये की नकदी समेत 4 एटीएम कार्ड, 2 स्वैप मशीन, 3 मोबाइल फोन, वायर कटर, स्क्रू डाइवर के साथ एक झारखंड के नंबर की शिफ्ट डिजायर कार बरामद की गई है. एएसपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी मनीष को जेल भेजने के साथ फरार अभियुक्तों की तलाश में छापेमारी की जा रही है. इस शातिर गैंग ने बिहार-झारखंड में भी कई घटनाओं को अंजाम दिया है.


यूपी के इन जिलों को बनाया निशाना
वहीं यूपी के सोनभद्र, बांदा, कानपुर, अमेठी, जोनपुर, आगरा, लखनऊ, बनारस में भी इन शातिरों ने घटनाओं को अंजाम दिया है. पुलिस इन जनपदों में घटना के दिन दर्ज किए गए आईटी एक्ट के मुकदमों की जानकारी निकाल रही है जिससे अन्य घटनाओं का भी खुलासा हो सके.


पीड़ितों के खातों में वापस भेजी जाएगी राशि
एएसपी ने बताया कि इनके अकाउंट में जमा रकम को निकालकर उन लोगों तक पहुंचाया जाएगा जिनके खाते से यह रकम निकाली गई थी. हालांकि यह पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं होगा. बहरहाल इस खुलासे के बाद साइबर अपराध पर कुछ अंकुश तो जरूर लगेगा.


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