UP News: यूपी के इस जिले में भीषण गर्मी में भी पीने को नहीं मिल रहा शुद्ध पानी, ग्रामीणों ने प्रधान पर लगाया आरोप
Water Crisis in Sonbhadra: सोनभद्र में आदिवासी समुदाय ने उपक्षा का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि मंत्री के पास इलाके की समस्या जानने का समय नहीं है. प्रधान चहेतों को पानी पहुंचा रहा है.
UP Water Crisis: सोनभद्र में आज भी आदिवासी समुदाय शुद्ध पानी के लिए तरस रहा है. पेयजल की व्यवस्था नहीं होने की वजह से ग्रामीण टैंकर पर निर्भर हैं. लोगों को पानी की जरूरत पूरी कुओं से करनी पड़ती है. कुएं से पानी लाने के लिए ग्रामीणों को दूर दराज इलाकों तक जाना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि भीषण गर्मी में कुएं और प्राकृतिक जल स्रोत सूख जाते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि दो-तीन दिनों पर टैंकर आता है. मजबूरी में दूषित पानी पीना पड़ता है. गांवों में अभी तक शुद्ध पानी के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा नहीं हो पाया है.
आदिवासी समुदाय को नहीं मिल रहा शुद्ध पानी
सुस्त गति से काम की जांच करने आला अधिकारी कभी आते नहीं हैं. अधिकारी पाबंदी से टैंकर नहीं भेजने के सवाल पर बोलने से बचते हैं. कुछ वर्ष पहले मकरा, लमरी और आसपास के कई गांवों में अज्ञात बीमारी से लगातार मौत होने लगी थी. हफ्ते भर में दर्जनों लोग काल के गाल में समा गए. एबीपी न्यूज पर खबर चलने के बाद जिला प्रशासन की नींद टूटी. मेडिकल कैंप लगाकर दवाइयां और जरूरी सामानों का वितरण किया गया. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हैंडपंपों की जांच की.
ग्रामीणों ने मंत्री और प्रधान पर लगाए आरोप
ग्रामीणों की मौत का कारण खून की कमी बताया गया. शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए टैंकर की व्यवस्था करने का आदेश जारी हुआ. ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान चहेतों तक पानी पहुंचा रहा है. बता दें कि प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री संजीव गौड़ का विधानसभा क्षेत्र है. एक बार फिर शुद्ध पानी के लिए तरस रहे लोगो को राजनीति का शिकार होना पड़ रहा है. केवल झूठे वादे और आश्वासन मिल रहा है. मंत्री के पास ग्रामीणों की समस्या जानने का मौका नहीं है. कुल मिलाकर आदिवासी बदहाल किस्मत पर आंसू बहाने को मजबूर हैं.
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