Meerut Crime News: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने भारतीय सेना में नौकरी (Indian Military Service) के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. मिलिट्री इंटेलिजेंस की गुप्त सूचना पर एसटीएफ ने कार्रवाई की. भारतीय सेना में नौकरी के नाम पर मासूम युवाओं को गिरोह ठगने का काम कर रहा था. गिरोह का एक सदस्य मेरठ से पकड़ा गया है. एसटीएफ ने बताया कि आरोपी की पहचान रिटायर्ड सैनिक के तौर पर हुई है. कसेरु बक्सर निवासी सत्यपाल को गंगानगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है.
सेना में नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी
सत्यपाल कई राज्यों के युवाओं को चूना लगा चुका है. 2003 में सेना से रिटायर्ड सैनिक लोगों पर धौंस जमाने के लिए खुद को को लेफ्टिनेंट कर्नल बताता था. मिल्रिटी इंटेलिजेंस को काफी समय से फर्जी कर्नल के खिलाफ ठगी की शिकायतें मिल रही थीं. एसटीएफ ने सेना में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा करने की प्लानिंग की. सोमवार को फर्जी कर्नल सत्यपाल के आवास पर एसटीएफ ने धावा बोल दिया. अचानक आ धमकी एसटीएफ टीम को आरोपी ने धत्ता बताने की कोशिश की. एक्टिव एसटीएफ ने आरोपी को भागने तक का मौका नहीं दिया.
घर पर धावा बोलकर STF ने दबोचा
आरोपी के पास से भारतीय सेना के अफसरों की यूनिफार्म, स्टांप, पैड, नेम प्लेट, कैंटीन कार्ड, मोबाइल, आधार कार्ड और आईकार्ड बरामद किया गया है. भारतीय सेना को सूचना दे दी गई है. पूछताछ में आरोपी के काम का तरीका और गिरोह की करतूत का पता लगाया जा रहा है. एसटीएफ के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी पर थाना गंगानगर में आईपीसी की विभिन्न धाराओं का मामला दर्ज किया गया है. विभिन्न जांच एजेंसियां मौके पर पहुंचने के बाद आरोपी से पूछताछ में जुटी हैं. बेरोजगार युवाओं को चूना लगाने का खुलासा होने पर एसटीएफ की जमकर तारीफ की जा रही है.