लखनऊ. 15 अक्टूबर को बलिया के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में राशन की दुकान को लेकर दिनदहाड़े हुई फायरिंग और हत्या कांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र उर्फ बबलू सिंह 70 घंटे के बाद गिरफ्तार किया जा सका. यूपी एसटीएफ ने धीरेंद्र सिंह को लखनऊ के पॉलिटेक्निक चौराहे से उस वक्त गिरफ्तार किया जब वह अपने एक साथी का इंतजार कर रहा था. फिलहाल यूपी एसटीएफ गिरफ्तार हुए धीरेंद्र उर्फ डब्लू सिंह को लेकर बलिया रवाना हो गई है.
इस तरह हुई गिरफ्तारी
70 घंटे की मशक्कत के बाद आखिर यूपी एसटीएफ ने बलिया कांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र उर्फ डब्ल्यू सिंह को गिरफ्तार कर लिया. घटना के बाद से एक तरफ बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह का मुख्य आरोपी के पक्ष में खड़े होना तो दूसरी ओर मुख्य आरोपी का वीडियो वायरल होना पुलिस के लिए किरकिरी का नया सबब बन गया था. यूपी एसटीएफ की माने तो 50,000 का इनामी धीरेंद्र उर्फ डब्लू सिंह अपने किसी साथी से मिलने के लिए लखनऊ के पॉलिटेक्निक चौराहे पर खड़ा था. उसके पास ना कोई असलहा था, ना कोई गाड़ी. यूपी एसटीएफ को इसकी जानकारी हुई और गिरफ्तार कर लिया गया.
सरेंडर करने की फिराक में था धीरेंद्र
चर्चा है कि धीरेंद्र सिंह कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में घूम रहा था. यह अलग बात है कि अब तक बलिया के किसी भी कोर्ट में धीरेंद्र सिंह की तरफ से सरेंडर एप्लीकेशन नहीं पड़ी है. लेकिन इतना जरूर है कि बलिया में दिनदहाड़े सैकड़ों लोगों के सामने गामा पाल की गोली मारकर हत्या और आधा दर्जन पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में फरार होने वाला धीरेंद्र बेहद शातिर ढंग से रह रहा था. फरारी के अगले ही दिन धीरेंद्र उर्फ डब्लू सिंह ने खुद की बेगुनाही साबित करते हुए, प्रशासन के ऊपर पक्षपात करने का आरोप लगाने वाला वीडियो वायरल किया. वीडियो वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस और खासकर बलिया पुलिस पर सवाल खड़े होने लगे.
पुलिस के दबाव में बलिया से भागा
अधिकारी कह रहे हैं कि यह पुलिस के दबाव का नतीजा है कि धीरेंद्र सिंह बलिया से भाग खड़ा हुआ और लखनऊ में किसी परिचित के घर पर छिपने की कोशिश कर रहा था. बलिया कांड में अब तक नामजद हुए 8 आरोपियों में पांच आरोपी समेत 10 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं. मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह भी गिरफ्तार किया जा चुका है अभी दो अन्य नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी होना बाकी है, जिनके लिए पुलिस टीमें लगा दी गई हैं.
हालांकि पुलिस सूत्रों की माने तो घटना को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी धीरेंद्र उर्फ डब्ल्यू सिंह बिहार के पड़ोसी जिले सिवान चला गया था. सिवान में सुरक्षित जगह नहीं मिली तो वो लखनऊ आ गया. हालांकि धीरेंद्र बलिया से लखनऊ कैसे पहुंचा? 3 दिन तक उसको किसने शरण दी? कौन उसके संपर्क में था? इस पर यूपी एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है बलिया पुलिस को जानकारी दी जाएगी.
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