Allahabad High Court News: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी में 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण के नियमों का पालन नहीं होने पर पूरी चयन सूची को रद्द करते हुए योगी सरकार को तीन महीने में नए सिरे से सेलेक्शन लिस्ट जारी करने को कहा है. पिछड़े और दलित वर्ग के असफल अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत किया है. कहा है कि नए सिरे से चयन सूची जारी होने के बाद आरक्षित वर्ग के तमाम अभ्यर्थियों का सेलेक्शन हो जाएगा. अभ्यर्थियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि हाईकोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए आदेश पर अमल करें. 


अभ्यर्थियों ने योगी सरकार से यह भी मांग की है कि भर्ती प्रक्रिया को अब कानूनी पेचीदगियों में न उलझाया जाए और मामले को सुप्रीम कोर्ट ले जाने के बजाय हाईकोर्ट के फैसले पर अमल किया जाए. अभ्यर्थियों ने यह भी मांग की है कि सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द नई चयन सूची जारी करे और शिक्षक दिवस से पहले ही नई चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र उपलब्ध कराए.


हाईकोर्ट के फैसले से जगी उम्मीद
संगम नगरी प्रयागराज के अभ्यर्थी राकेश यादव, लक्ष्मीकांत उर्फ लालू, नितिन कुमार, नवीन कुमार, प्रमोद मौर्य, अमरेंद्र कुमार व अन्य का कहना है कि उन्हें इस बात की पूरी उम्मीद है कि सीएम योगी आदित्यनाथ उनके साथ इंसाफ करेंगे. वह न सिर्फ योग्य पिछड़े और दलितों को नियुक्ति पत्र देंगे बल्कि इस मामले में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी करेंगे. 


प्रयागराज के इन अभ्यर्थियों ने अपने मामले में समर्थन करने पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का आभार जताया है. अभ्यर्थी इन नेताओं से मुलाकात कर व्यक्तिगत तौर पर उन्हें धन्यवाद भी देंगे. अभ्यर्थियों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा है कि छह सालों में उन्होंने आंदोलन के दौरान कई बार लाठियां खाई. सरकारी दफ्तरों से भगाए गए, लेकिन हाईकोर्ट के फैसले के बाद उम्मीद हो गई है कि उनके साथ इंसाफ होगा.


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