यूपी में डिजिटल हाजिरी के विरोध में चंद्रशेखर आजाद, सीएम योगी को लिखी चिट्ठी, कर दी ये मांग
UP Digital Attendance: चंद्रशेखर आजाद ने स्कूलों में शिक्षकों की डिजिटल उपस्थिति को अव्यवहारिक बताया और कहा कि इससे शिक्षकों में भागमभाग की स्थिति बनेगी और उनकी गरिमा व विश्वसनीय भी खराब होगी.
Chandrashekhar Azad News: उत्तर प्रदेश ने परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों की डिजिटल अटेंडेंस का मुद्दा गर्माता जा रहा है. जहां एक तरफ स्कूली शिक्षकों द्वारा इस व्यवस्था का विरोध किया जा रहा है तो वहीं अब नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी इसके विरुद्ध आवाज को बुलंद किया है. आजाद सीएम योगी को पत्र लिखकर इस आदेश का वापस लेने की मांग की है.
चंद्रशेखर आजाद ने स्कूलों में शिक्षकों की डिजिटल उपस्थिति को अव्यवहारिक बताया और कहा कि इससे शिक्षकों में भागमभाग की स्थिति बनेगी. उन्होंने कहा इससे शिक्षकों की गरिमा और विश्वसनीय भी ख़राब होगी, जिसका असर बच्चों की पढ़ाई और शिक्षा के स्तर पर पड़ेगा.
चंद्रशेखर आजाद ने सीएम योगी को लिखा पत्र
नगीना सांसद ने एक्स पर लिखा- 'महानिदेशक स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश के दिनांक 5 जुलाई के आदेश निरस्तीकरण के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिखा. मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से निवेदन करता हूं कि समाज में शिक्षकों की गरिमा, विश्वसनीयता को ध्यान में रखते हुए मामले को संज्ञान में ले और आदेश निरस्तीकरण हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देशित करें.'
चंद्रशेखर आजाद ने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा- महानिदेशक स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश के द्वारा दिए गए आदेश में सभी 12 रजिस्टर डिजिटल रूप से बनाना पूर्णिया अनुचित और अव्यवहारिक प्रतीत होता है. साथ ही शिक्षकों द्वारा बार-बार मोबाइल पर कार्य करने से अभिभावकों और शिक्षकों के प्रति खराब संदेश जा सकता है. शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति पूर्णिया अनुचित और अव्यवहारिक है.
उन्होंने आगे लिखा- मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निवेदन करता हूं कि समाज में शिक्षकों की गरिमा, विश्वसनीयता को ध्यान में रखते हुए मामले को संज्ञान में लें और आदेश निरस्तीकरण हेतूं संबंधित अधिकारी को निर्देशित करें.
बता दें कि यूपी के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों की डिजिटल उपस्थिति आठ जुलाई से लगनी शुरू हो गई है. जिसका शिक्षकों द्वारा विरोध किया जा रहा है. शिक्षकों का कहना है कि गांव के कई स्कूलों में जाने के लिए रास्ते तक नहीं हैं. इसके साथ ही कई स्कूलों तक जाने के लिए साधन तक नहीं है. शिक्षक इसके विरोध में काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं.
हाथरस SIT ने सरकार को क्या बताया? इस साजिश की ओर किया इशारा, यहां पढ़ें पूरी रिपोर्ट