UP News: उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा विभाग के गवर्नमेंट कॉलेज में कार्यरत टीचर्स अपनी तमाम मांगों को लेकर इन दिनों आंदोलन की राह पर हैं. यह टीचर्स इन दिनों संगम नगरी प्रयागराज में स्थित शिक्षा निदेशालय में क्रमिक अनशन पर हैं. 10 जून से शुरू हुए इस क्रमिक अनशन में रोजाना अलग-अलग मंडल के प्रतिनिधि धरने पर बैठते हैं. आसमान से बरस रही आग और जबरदस्त गर्मी में रोजाना कई टीचर्स बीमार हो जा रहे हैं.


यह टीचर्स निदेशालय के गेट पर नारेबाजी करते हुए पूरे दिन धरने पर बैठे रहते हैं. हालांकि चार दिन बीतने के बावजूद किसी भी अधिकारी ने अनशन करने वाले टीचर्स से कोई बातचीत नहीं की है. राजकीय शिक्षक संघ के बैनर तले होने वाले इस क्रमिक अनशन का आज चौथा दिन है. इन टीचर्स का कहना है कि फिलहाल वह लोकतांत्रिक तरीके से अपना आंदोलन चला रहे हैं, लेकिन अगर जल्द ही उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो वह जुलाई महीने से कॉलेजों में तालाबंदी कर देंगे और क्लासेज नहीं चलने देंगे.


अनशन करने वाले गवर्नमेंट टीचर्स मुख्य रूप से उत्तराखंड से आए हुए टीचर्स की सीनियरिटी निर्धारित किए जाने बरसों से बंद पड़ी प्रमोशन प्रक्रिया को शुरू किए जाने. टीचर्स और कर्मचारियों को ट्रांसफर की सुविधा का लाभ दिए जाने, सरप्लस के नाम पर मानसिक उत्पीड़न बंद किए जाने, स्टूडेंट टीचर्स के अनुपात को घटाए जाने, टीचर्स को मिलने वाले मेडिकल क्लेम को आसानी से मुहैया कराए जाने और फॉर्म 16 व आईटीआर के नाम पर विभाग के बाबुओं द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न को बंद किए जाने की मांग कर रहे हैं.


अनशन कर रहे टीचर्स का साफ आरोप है कि उन्हें तमाम समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है और जिम्मेदार अधिकारी उनकी कोई भी समस्या या बात सुनने को कतई तैयार नहीं है. टीचर्स के मुताबिक वह इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं.


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