यूपी में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शिक्षकों का प्रदर्शन जारी, महानिदेशक कार्यालय का करेंगे घेराव
UP Teachers Protest: उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा है कि संगठन आज और कल ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों से वार्ता कर उनका पक्ष जान रहा है.
UP News: उत्तर प्रदेश में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर लगातार प्रदर्शन जारी है. इस दौरान शिक्षक अपने उपस्थिति दर्ज नहीं कर रहे हैं और वहीं अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से उठने के लिए अब अलग-अलग संगठनों ने मिलकर संयुक्त संघर्ष मोर्चे का गठन कर लिया है. यह मोर्चा 15 जुलाई को हर जिले में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपेगा.
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा है कि संगठन आज और कल ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों से वार्ता कर उनका पक्ष जान रहा है. इसके बाद 15 जुलाई को आगे का निर्णय लेगा. इस दौरान सभी शिक्षक संगठनों का संयुक्त संघर्ष मोर्चा 15 जुलाई को हर जिले में स्कूल टाइम के बाद एक साथ इकट्ठा होकर जिला मुख्यालय जाएंगे और डीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन देगा. इसके साथ ही 29 जुलाई को पूरे प्रदेश भर के लोग लखनऊ में महानिदेशक कार्यालय का घेराव भी करेंगे.
इस विरोध के बीच प्रशासन ने भी अपने स्तर पर समीक्षा करनी शुरू कर दी है. अपर परियोजना निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने डिजिटल अटेंडेंस को लेकर सभी मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक और बीएसए को पत्र भेज कर आज 11 जुलाई को दोपहर 1:00 से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शिक्षक छात्रों की उपस्थिति की समीक्षा करने की बात कही है. इसमें सारे BEO, जिला समन्वयक प्रशिक्षक आदि शामिल हो रहे हैं.
इस मामले में एबीपी लाइव से बातचीत करते हुए प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह कहते हैं कि अगर सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है तो कई ऐसे लोग हैं जो हमको जांचने के लिए बैठे हुए हैं उनके पदों को खत्म कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि हमको देखने के लिए डीएम की पूरी सेल है, सीडीओ की सेल है, BSA ऑफिस की है मंडली है. सहायक शिक्षा निदेशक का स्टाफ है, BDO का स्टाफ है हमें चेक करने के लिए, इसके अलावा ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर है हमें चेक करने के लिए साथ ही ARP है SRG है हमें चेक करने के लिए. इन सब से आप कभी भी किसी समय चेक कर सकते हैं कि हम स्कूल में हैं या नहीं.
उन्होंने कहा कि अगर हमें ऐसे ही चेक करना है तो ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर हैं उनका पद खत्म करके उनको कहीं और अटैच कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे यहां टीचरों को शहर से 50-50 किलोमीटर दूर ड्यूटी रहती है, कई बार मौसम ऐसा है कि समय से लोग नहीं पहुंच पाते. इसमें व्यवस्था 7:45 से 8:00 तक ही टीचर अपने अटेंडेंस लगा सकते हैं और अगर इसके बाद वह पहुंचते हैं तो वह लॉक हो जाएगा, अगर कोई 1 मिनट भी लेट होगा तो उसकी अटेंडेंस नही लगेगी, ये सही नहीं है.
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