Ambedkar Nagar: रेप के आरोपियों पर कार्रवाई न होने से आहत पीड़िता ने की आत्महत्या, दो पुलिस अधिकारी सस्पेंड
Ambedkar Nagar News: लड़की के परिजनों ने उसकी आत्महत्या के लिए पुलिसवालों को जिम्मेदार ठहराया है. अब इस मामले की नए सिरे से जांच और आरोपियों की धरपकड़ के लिए एक नई टीम का गठन किया गया है.
UP crime: पुलिस पर पंद्रह से ज्यादा दिन बीत जाने के बाद भी बलात्कारियों के खिलाफ कोई एक्शन न लेने का आरोप लगाते हुए यूपी के अंबेडकर नगर जिले में एक 13 वर्षीय रेप पीड़िता ने बुधवार को आत्महत्या कर ली. लड़की के परिजनों ने उसकी आत्महत्या के पीछे पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि गैंगरेप की जांच में पुलिस की कथित निष्क्रियता के कारण उनकी बेटी ने यह कदम उठाया.
दो पुलिस अधिकारी सस्पेंड
पुलिस प्रशासन ने गुरुवार को इस मामले में संबंधित थाने के प्रभारी (SHO) को हटा दिया और मामले की जांच कर रहे अधिकारी को निलंबित कर दिया. लड़की के अपहरण में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में पुलिस ने लड़की की मौसी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
आरोपियों की धरपकड़ के लिए नई टीम गठित
परिजनों का आरोप है कि बार-बार उच्च अधिकारियों के पास जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की और इसलिए उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली. इस पूरे मामले को लेकर जिले के एसपी अजीत सिन्हा ने कहा कि मामले में लापरवाही बरतने के लिए मालीपुर थाने के एसएचओ समेत दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. एसपी ने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए जिलाधिकारी द्वारा आईएएस रैंक के अधिकारी CDO की देखरेख में SDM और ASP की तीन सदस्यों की टीम बनाई गई है.
क्या था पूरा मामला
वहीं लड़की के पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 15 सितंबर को स्कूल जाते वक्त रास्ते में ही उनकी बेटी का अपहरण कर लिया गया और उसके साथ रेप किया गया. दो दिन बाद वह बलात्कारियों के चंगुल से भागने में सफल रही और घर पहुंची. उन्होंने कहा कि पुलिस ने अपहरण का मामला तो दर्ज किया लेकिन गैंगरेप की धाराएं नहीं जोड़ीं. पिता ने कहा कि पुलिसवालों ने उनकी बेटी का बयान भी लिया और उसका मेडिकल भी कराया, लेकिन इसके बाद भी बलात्कारियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया.
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