Chandauli News: धान का कटोरा कहे जाने वाले चंदौली (Chandauli) में इस वर्ष सामान्य से कम बारिश (Rain) होने के कारण धान की फसल (Paddy Farming) पर विपरीत असर पड़ा है. चंदौली में इस बार या तो धान की रोपाई नहीं हो पाई और यदि रोपाई हुई भी तो पानी के अभाव में धान की फसल के खेतों में दरार पड़ गईं. इस बार किसानों को धान की फसल से भारी घाटे का डर सता रहा है. धान की फसल को पानी की बहुत जरूरत होती है. बिना पानी के धान की फसल बेकार हो जाती है. जिन खेतों में आज लबालब पानी होना चाहिए था उन खेतों में पानी की कमी के कारण दरार पड़ गई हैं. खेत सूखे पड़े हैं. आलम यह है कि चंदौली के किसान पिछले 20 दिनों से सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि चंदौली को सुखाग्रस्त (Drought-hit) घोषित किया जाए, और आखिरकार किसानों की आवाज सरकार के कानों तक पहुंची ही गई.
सूखाग्रस्त घोषित होगा चंदौली
सरकार ने सभी जिलों के अधिकारियों को सूखा प्रभावित क्षेत्रों की रिपोर्ट तैयार करने को कहा है. चंदौली को भी इस रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा. ADM की अध्यक्षता में एक टीम गठित की गई है जिसमें राजस्व की टीम, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी शामिल हैं. यह टीम सभी गांवों का सर्वे कर सत्यापन करेगी कि किस किसान के कितने खेत में धान की खेती हुई थी और सूखे से उसे कितना नुकसान हुआ है.
12 सितंबर तक शासन को भेजनी होगी रिपोर्ट
दरअसल चंदौली के कुछ भूभागों में जहां तक नहर का पानी पहुंच पाया वहां तो धान की फसल ठीक हुई, लेकिन आखिर छोर पर जिसे टेल बोलते हैं वहां बारिश न होने और नहर का पानी नहीं पहुंच पाने के कारण सूखा पड़ गया. इस पूरे मामले में DM चंदौली संजीव सिंह का कहना है कि माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर जिले में एक टीम गठित की गई. टीम गांव-गांव जाकर सूखे का सत्यापन करेगी. इसकी एक रिपोर्ट बनाकर 12 सितंबर तक शासन को भेजी जाएगी. आगे जो शासन का आदेश प्राप्त होगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
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