Kushinagar Cyber Fraud: बंजारा गैंग के फर्जी डॉक्टरों का भंडाफोड़, प्राइवेट पार्ट की फोटो वायरल करने की देते थे धमकी
Kushinagar Cyber Crime: कुशीनगर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बंजारा डॉक्टरों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. ये ठग प्रदेश में अलग-अलग डेरा लगाकर लोगों को ठगी का शिकार बनते थे और उनसे पैसा ऐंठते थे.
Kushinagar Cyber Fraud Case: देश में साइबर अपराध मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं, लेकिन पुलिस भी साइबर अपराधियों की धर-पकड़ करने के लिए खुद को अपग्रेड कर लिया है और अब तकनीक का सहारा लेकर साइबर अपराधियों पर नकेल कस रही है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले की तरयासुजान पुलिस साइबर सेल ने सयुक्त कार्रवाई करते हुए अन्तर्राज्यीय बंजारा डॉक्टर गैंग के साइबर ठगों के तीनों सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए ठग यूपी के चित्रकूट के रहने वाले हैं.
पकड़े गए तीनें साइबर ठग घुमंतू जाति से संबंधित हैं, जो दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में अपने गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर साइबर ठगी के वारदातों को अंजाम देते थे. इनका शिकार अधिकतर भोले भाले लोग होते थे. अन्तर्राज्यीय बंजारा डॉक्टर गैंग के साइबर ठग डॉक्टर इतने शातिर थे कि लोग आसानी से इनके झांसे में फंस जाते हैं. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में मेला लगाकर और डेरा डालकर यह अपनी दुकान चलाते थे.
नकली दवाओं से करते थे इलाज
इस गैंग के विशेषकर शिकार पुरष ही होते थे, जो उनके प्राइवेट पार्ट में लाइलाज गंभीर बीमारी बता कर अपने ठगी के जाल में फंसाने के लिए उस बीमारी को ठीक करने के लिए झांसे में फसाते थे और उनके आधार कार्ड और प्राइवेट पार्ट की फोटो लेकर उनसे मर्दाना कमजोरी के संबंध में उनका शपत पत्र ले लेकर हीरा भस्म और स्वर्ण भस्म के जगह नकली दवाओं से इलाज करते थे.
इलाज के बदले वह उनसे मोटी रकम ऐंठते थे. अपने गिरोह से जुड़े अन्य लोगों फर्जी खातों में नेट बैंकिंग से पैसा ट्रांसफर करवा लेते थे. जब लोगों को आभास होता था कि उनके इलाज का कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा तो वह उन डॉक्टर से संपर्क करते थे, लेकिन अपनी निजी जानकारी बंजारा गैंग के शातिर ठगों को देकर फंस चुके लोग यह समझ नहीं पाए की वह ठगी के शिकार बन चुके हैं.
प्राइवेट पार्ट की फोटो वायरल करने की देते थे धमकी
शातिर गैंग के सदस्य उनकी जानकारी और उनके प्राइवेट पार्ट की फोटो वायरल करने की धमकी देकर उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे लाखों रुपये की ठगी करते थे. यह अपने साथ एक मिनी बस और एक गाड़ी रखते थे. पकड़े न जाए इसलिए एक जगह यह अधिक दिन नही रुकते थे. अधिकतर यह जिला बदल देते थे. पुलिस इसके दो अन्य सहयोगी बंटी सिंह बंजारा और समीर बंजारा को भी गिरफ्तार किया हैं, जो यूपी के चित्रकूट के रहने वाले है.
तीनों शातिर ठग, कुशीनगर पुलिस ने 3लाख रुपये से अधिक नगदी भी बरामद की है. साथ ही कुशीनगर पुलिस ने एक गाड़ी और मिनी बस के अलावा 3 मोबाइल,7 फर्जी आधार कार्ड, 14 सिम कार्ड, 3 एटीएम और अन्य अपराध में इस्तेमाल किए गए सामान बरामद किया है.
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