UP News: उत्तर प्रदेश में तबादलों पर मचे हंगामें के बीच अब एक्शन शुरू हो गया है. पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने तबादलों के विवाद में ओएसडी अनिल पांडेय को हटाया था. उसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के विभाग अध्यक्ष मनोज गुप्ता, प्रमुख अभियंता नियोजन राकेश सक्सेना और वरिष्ठ स्टाफ ऑफिसर शैलेंद्र यादव निलंबित कर दिया था. अब उन्होंने मंत्रियों को भी सख्त नसीहत दी है. 


सीएम योगी ने कहा, "मंत्री अपने ऑफिस के किसी भी निजी और अन्य स्टाफ पर आंख मूंद कर भरोसा नहीं करें. मंत्री अपने ऑफिस और घर के सभी स्टाफ पर सख्त नजर रखें. उन्होंने ध्यान रखने की जरूरत है कि ऑफिस के स्टाफ क्या कर रहे हैं." मंगलवार को इस ट्रांसफर विवाद के बीच लखनऊ स्थित लोक भवन में एक बैठक के दौरान सीएम योगी ने ये बातें कही है.


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जल्दबाजी में नहीं करें ऐसा
सीएम ने बैठक के दौरान नसीहत देने के बाद कहा, "सभी मंत्रियों को ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम करने की जरूरत है. सरकार में किसी भी तरह के भ्रष्टचार और अनियमितता की किसी भी एक घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा." मंत्रियों से सीएम ने स्पष्ट कहा कि किसी भी फाइलों पर जल्दबाजी में दस्तखत नहीं करें. किसी भी फैसले को लेने से पहले मेरिट को आधार माना जाना चाहिए.


बता दें कि यूपी कई विभागों में बीते दिनों ट्रांसफर हुए हैं. इसके बाद ट्रांसफर में कई जगहों पर गड़बड़ियों की शिकायत मिली थी. जिसके बाद सरकार की जमकर आलोचना हुई. अब सीएम योगी ने इस ट्रांसफर विवाद पर अपना सख्त रुख दिखाया है. 


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