UP News: सूबे के मुखिया के लाख प्रयासों के बावजूद भी रिश्वतखोर अधिकारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. गुरुवार को महोबा (Mahoba) में 15000 रुपये की रिश्वत लेते जिला पंचायती राज विभाग के लिपिक (बड़े बाबू) को लखनऊ की दस सदस्यीय एंटी करप्शन टीम (Anti Corruption Team) ने रंगे हाथों शहर के हंड्रेड फॉर्म होटल से गिरफ्तार किया. आरोपी लिपिक के गिरफ्तार होते ही जिला पंचायती राज विभाग (District Panchayati Raj Department) में हड़कंप मच गया. जनपद में यह 12वां सरकारी अधिकारी है जो रिश्वत लेते गिरफ्तार हुआ है.


वेतन बनाने के एवज में मांगी 15 हजार की रिश्वत


उत्तर प्रदेश सरकार रिश्वतखोरी पर लगाम लगाने के लिए सख्त तेवर अपनाए हुए हैं मगर इस सख्ती का असर महोबा जनपद में बिल्कुल भी  दिखाई नहीं दे रहा है. महोबा के विकास भवन में संचालित जिला पंचायती राज विभाग के लिपिक को लखनऊ से आई एंटी करप्शन की 10 सदस्यीय टीम ने रंगे हाथों 15000 रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. बता दें की कबरई ब्लाक में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत शिकायतकर्ता आलोक कुमार द्विवेदी ने एंटी करप्शन टीम लखनऊ को लिखित शिकायत दी थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि जिला पंचायती राज विभाग में तैनात लिपिक (बड़े बाबू) वैभव मिश्रा उसका वेतन बनाने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा है. पीड़ित का वर्ष 2021 का अक्टूबर महीने और 2022 के मार्च महीने का वेतन रुका हुआ था. इसी वेतन के लिए जिला पंचायती राज विभाग का लिपिक वैभव मिश्रा 15000 रूपये रिश्वत की मांग पीड़ित से कर रहा था.


एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा
 पीड़ित ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत एक सितंबर को एंटी करप्शन लखनऊ को दी, जिसके बाद एंटी करप्शन टीम ने आरोपी की गोपीय जांच शुरू कर दी और आखिरकार गुरुवार को शहर के हंड्रेड पाम होटल से आरोपी को रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़ा. एंटी करप्शन टीम प्रभारी लक्ष्मी नारायण यादव ने बताया कि 5 इंस्पेक्टर सहित 10 सदस्यीय टीम ने यह कार्रवाई की, हमने रिश्वत लेते हुए जिला पंचायती राज विभाग के लिपिक को गिरफ्तार किया है. आरोपी को रिमांड में लेकर न्यायालय में पेश किया जाएगा और साक्ष्य जुटाने के बाद आरोप पत्र भी न्यायालय में पेश होगा.


तमाम प्रयासों के बाद भी सूबे में नहीं रुक रही रिश्वतखोरी


बहरहाल इतना तो साफ है कि सरकार की मंशा के अनुरूप जिले के अधिकारी काम नहीं कर रहे है और जनपद में रिश्वतखोरी के एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं. महोबा जिले में रिश्वत लेते यह 12वां गिरफ्तारी है. सरकार को रिश्वतखोरी पर लगाम लगाने के लिए और सख्त कदम उठाने होंगे.


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