BHU News: चिकित्सा का बड़ा केंद्र होने की वजह से जनपद वाराणसी में बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए आते हैं. ऐसे में 14 दिसंबर के दिन वाराणसी के जनरल स्टोर से नारकोटिक्स की टीम ने छापेमारी करते हुए करीब एक करोड़ की नशीली दवाओं को जप्त किया है. वाराणसी के लंका थाना अंतर्गत हुई कार्रवाई के दौरान पकड़े गए आरोपी ने यह भी बताया कि - नशीली दवाओं को नशा करने वाले लोगों के साथ-साथ BHU छात्रों को भी दिया जाता था. फिलहाल इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप की स्थिति है.
मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय नारकोटिक्स की गाजीपुर इकाई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वाराणसी के लंका थाना अंतर्गत सीरगोवर्धन स्थित जनरल स्टोर से संदिग्ध गतिविधियों के बारे में पता चला. इसके बाद मौके पर टीम ने पहुंचकर रामबाबू सिंह से पूछताछ की. आरोपी ने बताया कि इस जनरल स्टोर से प्रतिबंधित नशीली दवाएं जैसे व्यूप्रेनारफीन, ट्रामाडोल, क्लोनाजेपाम व अन्य नशीली दवाइयां बेची जाती है. इसके अलावा आरोपी ने यह भी स्वीकार किया है कि प्रतिबंधित नशीली दवाओं को नशा करने वाले लोगों के अलावा BHU छात्रों को भी दिया जाता है. इसके बाद टीम की तरफ से इन दवाइयों को जप्त करते हुए आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है.
"जप्त किए गए दवाइयां का दाम 1 करोड़ "
नारकोटिक्स टीम की तरफ से रामबाबू सिंह को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है. जप्त किए गए कुल नशीली दवाओं का दाम करीब एक करोड़ रुपए बताया जा रहा है. इन प्रतिबंधित दवाओं को नशा करने वाले लोगों और BHU छात्रों को बड़े दाम पर बेचा जा रहा था. इस कार्रवाई के बाद इलाके में इस बात की खूब चर्चा हो रही है कि दवा बेचने के नाम पर कुछ लोग बेधड़क नशीले दवाइयों को भी बेच रहे हैं, जो कितना घातक है.
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