Ragini Sonkar News: उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को समाजवादी पार्टी की विधायक रागिनी सोनकर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दो अहम सवाल पूछे. सीएम ने इसका जवाब भी दिया. रागिनी ने पूछा कि उत्तर प्रदेश में आए दिन महिलाओं और बच्चों का यौन शोषण बढ़ता जा रहा है और उसको रोकने के लिए सरकार ने क्या योजना बनाई है? आप खुद यह मानते हैं कि हां दर बढ़ती जा रही है. आज इस मामले में यूपी इंडिया में सबसे पहले नंबर पर है. उन्होंने कहा कि जब हमारे अन्य सदस्य यह सवाल उठाते हैं तो आप की ओर से पूछा जाता है कि आपने क्या किया था. हमारी सरकार में लोकतंत्र था और लोग धरना प्रदर्शन देते थे. लेकिन आज की सरकार में ऐसा नहीं है.
रागिनी ने पूछा कि 2017 से लेकर 2023 तक कुल ऐसे कितने ऐसे यौन शोषण और पॉस्को के कितने मामले दर्ज किए गए और उनको किस तरह की मदद की गई? क्या काउंसिलिंग की गई? क्या सरकार ने उनकी जिम्मेदारी ली? क्या कोई स्किल डेवलपमेंट का काम हुआ?
जौनपुर स्थित मछलीशहर से विधायक रागिनी ने बलिया में नरही थाने के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि आपको अपने अधिकारियों पर भरोसा नहीं है. एसपी बलिया होते हुए भी बाहर से टीम भेजनी पड़ी. मैं पूछना चाहती हूं कि 2017 से 2027 तक कितने लापता गुमशुदगी के मामले दर्ज हुए और कितने लोग आज भी गुमशुदा हैं जिनको आपकी सरकार नहीं खोज पाई.
सीएम ने क्या कहा?
इसके जवाब में सीएम ने कहा कि यूपी में आज महिलाएं सुरक्षित हैं. महिला संबंधित अपराधों पर कार्रवाई हो रही है. उन्होंने कहा कि महिला सम्मान के लिए सरकार गंभीर है. 20 हजार महिला पुलिसकर्मियों की भर्ती हुई. महिला थानों पर हमारा फोकस है. अपराध निपटारे में आज यूपी नंबर 1 है. थानों में अलग से महिला हेल्प डेस्क है. इस दौरान सीएम ने सपा पर निशाना साधा. सीएम ने अखिलेश यादव पर तंज कसा कि सपा से जुड़े लोग अपराधों में शामिल रहे हैं. अपने चाचा को गच्चा दे दिया.
सीएम ने कहा कि महिला बाल सुरक्षा के मुद्दे केवल बाहरी ही नही,घर के अंदर औऱ घर के बाहर दोनों होते हैं. सरकार ने इस को रोकने के लिए जो प्रयास किये उसकी तुलना करें तो 2016 की तुलना में दहेज की घटनाएं 23-24 में 17.5% की कमी आई. बलात्कार में 2016-17 से 2023-24 की तुलना में 25.30% की कमी आई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से 2024 के बीच महिला और नाबालिग बच्चों के यौन उत्पीड़न के मामलो में सरकार के प्रॉसिक्यूशन तेज करने के परिणाम सामने आए हैं,24402 प्रकरण में अभियुक्तों को सजा दिलाई गई है. 2017 से 2024 तक पॉस्को अधिनियम अंतर्गत 9875 अभियोगों में सजा दिलाई गई है.
सीएम ने कहा कि 2022 से 2024 के बीच महिलाओ के विरुद्ध पॉस्को अपराध में 16718 अभियुक्तों को सजा दी गयी,21 को मृत्यदंड,1713 आजीवन कारावास,4653 को दस वर्ष या अधिक का कारावास,10331 को दस वर्ष के कम के कारावास की कार्रवाई हुई.
सीएम ने कहा कि प्रदेश में इस दिशा में हुए अन्य प्रयास में इन्वेस्टिगेशन ट्रैकिंग सिस्टम को हमने 2018 से ही पोर्टल एक्टिव किये है,इसमे फोकस मॉनिटरिंग होती है,महिला संबंधी अपराध में वर्षो के पेंडेंसी को पुरा किया,आज देश मे महिला अपराध में अपराधियों को सजा दिलाने में तीसरे नम्बर का राज्य उत्तरप्रदेश है.
उन्होंने कहाकि सरकार महिला सुरक्षा के लिए गंभीर है,इसीलिए 2017 में आने के बाद पहला काम एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया,और इसका सबसे पहले विरोध समाजवादी पार्टी ने किया. ये भी बोलने में कोई संकोच नही है कि महिला सम्बंधी अपराध में सबसे ज्यादा इन्वॉल्व समाजवादी पार्टी के लोग पाए जाते हैं.
'आपने चाचा को गच्चा दिया, लेकिन हम...', अखिलेश यादव के फैसले पर सीएम योगी का तंज