UP Vidhan Sabha Winter Session Highlights: यूपी विधानसभा सत्र का तीसरा दिन खत्म, जातीय जनगणना को लेकर पल्लवी पटेल ने सरकार को घेरा
UP Vidhan Sabha Winter Session Highlights: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र मंगलवार को शुरू हुआ था. आज सत्र का तीसरा दिन है. यहां पढ़ें विधानसभा सत्र से जुड़े सभी अपडेट्स-
यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही में सपा विधायक पल्लवी पटेल ने जातीय जनगणन को लेकर सरकार को घेरा. सपा विधायक ने कहा कि आखिर बीजेपी जातीय जनगणना से क्यों भाग रही है.
यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही के दौरान सपा विधायक लालजी वर्मा ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति की भागीदारी के मुद्दे पर सरकार से सवाल किए. इसके साथ ही सपा विधायक रागिनी सोनकर ने अनुसूचित जाति और जनजाति के शिक्षा के अधिकार के मुद्दे पर सरकार से प्रश्न किया.
सपा राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी जातीय जनगणना के पक्ष में है. सरकार में जो पिछले वर्ग के मंत्री हैं वह जातीय जनगणना को लेकर अपना मत स्पष्ट करें.
यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही चल रही है. अनुपूरक बजट पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि अनुपूरक बजट उत्तर प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए है. विभिन्न परियोजनाएं हैं जिन्हें हम पूरा करेंगे. विपक्ष पटरी से उतर गया है और उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है.
यूपी विधानसभा सत्र का आज तीसरा दिन है. आज जातीय जनगणना को लेकर विपक्ष हंगामा कर सकता है. सत्र के दूसरे दिन बुधवार को वित्त वर्ष 2023-24 का अनुपूरक बजट पेश किया. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की तरफ से सदन में 28 हजार 760 करोड़ 67 लाख रुपये का बजट प्रस्तुत किया गया था.
उत्तर प्रदेश विधानसभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बहुत सारे ऐसे वायरस होते हैं जिसमें प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है. इसके लिए हर जनपद में ब्लड सेपरेटर यूनिट दी जा चुकी है. प्रदेश के अंदर 10 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 5 लाख रुपये का सालाना स्वास्थ्य बीमा सरकार उपलब्ध करवा रही है. किसी भी प्राइवेट अस्पताल में भी सुविधाएं मिल रही हैं.
26760.67 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश हो गया है. बजट में 7421 करोड़ की नई योजनाओं की व्यवस्था की गई है. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सदन में मौजूद हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "क्या गेहूं सरकार ने खरीदा या निजी कंपनियों को खरीदवाया? मैं कहना चाहता हूं कि खेती के उपकरणों पर GST 12% से 18% है. क्या डबल इंजन की सरकार किसानों की मदद के लिए GST कम करेगी या अपने खजाने से किसानों को सुविधा देगी?"
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार प्रदेश के चतुर्मुखी विकास के लिए लगातार काम कर रही है. अनुपूरक बजट प्रदेश में विकास की गति को और रफ्तार देगा. सरकार की जो तमाम कार्य योजनाएं हैं यह बजट उनको पूरा करेगा. उत्तराखंड टनल से 41 लोगों रेस्क्यू की होने पर उत्तराखंड के सीएम को बधाई. विपक्ष पूरी तरह से डिरेल हो गया है. जब-जब विपक्ष की सरकार सत्ता में रही है तब तक भ्रष्टाचार चरम सीमा पर था. अन्य सरकारों में अपराधियों का बोलबाला था. जनता सब जानती है कि सपा के राज्य में गुंडाराज और अपराधियों का बोलबाला था. नई नियमावली को सभी को पालन करना चाहिए.
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "मैं समाजवादी पार्टी का इतिहास जानता हूं. जब वे सत्ता में थे तो खर्चा करने के नाम पर केवल कागजी कोरम को पूरा किया जाता था. इनका (सपा) विकास केवल कागज़ों पर होता था. अनुपूरक बजट लाना इसलिए जरूरी है क्योंकि बहुत सारे काम ऐसे हैं जो होने चाहिए. गरीब, प्रदेश के विकास, किसान, महिलाओं या नौजवानों के लिए कोई काम हो ये सपा को हजम नहीं होता. उनका विरोध केवल दिखावा है."
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के विधायकों ने राज्य सरकार के खिलाफ राज्य विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
यूपी विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है. आज सरकार अनुपूरक बजट पेश करने वाली है.
उत्तर प्रदेश सरकार आज बुधवार को वित्त वर्ष 2023- 24 का पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी. जानकारी के मुताबिक ये बजट 42000 करोड़ रुपये तक का हो सकता है. ये अब तक का सबसे बड़ा अनुपूरक बजट होगा.
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन हंगामा होने के आसार हैं. आज वित्त मंत्री सुरेश खन्ना अनुपूरक बजट भी पेश करेंगे. सरकार की ओर से सदन में करीब छह अध्यादेश को विधेयक के रूप में पेश किया जाएगा. विपक्ष जातिवार जनगणना, कानून व्यवस्था, आवारा पशुओं और किसानों की समस्याओं समेत तमाम मुद्दों पर हंगामा कर सकता है.
समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह ने कहा कि सरकार सच्चाई से भागने की कोशिश कर रही है. वे बेरोजगारी और अन्य मुद्दों पर चर्चा से भाग रहे हैं.
इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले आरएलडी और समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने प्रतीकात्मक विरोध किया. सपा के विधायक ज़ाहिद बेग साइकिल से विधानसभा पहुँचे थे. उन्होंने योगी सरकार की नीतियों का काफ़ी विरोध किया. बेग ने कहा कि सदन के भीतर मोबाइल बैन करना सरकार का सही कदम नहीं है. (इनपुट विवेक राय)
इसके अलावा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर, सदन में कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा मोना ने आशुतोष टंडन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनको उनके साथ बिताये गये समय का ज़िक्र करते हुए याद किया और अपनी श्रद्धॉंजलि दी. मोना ने कहा कि, आशुतोष टंडन का जाना इस सदन की भारी छती है. उनके द्वारा किए गए काम हमेशा अवस्मरणीय रहेंगे. (इनपुट विवेक राय)
राष्ट्रीय लोकदल के नेता राजपाल बालियान ने भी सदन में आशुतोष टंडन के निधन पर शोक व्यक्त किया. बालियान ने कहा कि टण्डन को राजनीति विरासत में मिली थी. उन्होंने कई महत्वपूर्ण समितियों में भी काम किया. उनकी इतनी खूबियाँ थीं कि उनके जाने के बाद याद आ रही हैं. (इनपुट विवेक राय)
सीएम योगी के बाद नेता प्रतिपक्ष नेता विपक्ष अखिलेश यादव ने आशुतोष टंडन को श्रद्धांजलि दी. इस मौक़े पर अखिलेश यादव ने आशुतोष टंडन के निधन को दुखद बताया. अखिलेश ने कहा कि मंत्री रहने के दौरान उन्होंने बेहतरीन काम किया. आशुतोष टंडन को राजनीति विरासत में मिली थी. उनके निधन से उत्तर प्रदेश ने एक कुशल युवा नेता खो दिया है. वो हमारे बीच में नहीं है लेकिन उनकी यादें हमेशा इस सदन से जुड़ीं रहेंगी. (इनपुट विवेक राय)
विधानसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता सदन मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, आशुतोष टंडन बीजेपी विधायक के निधन की सूचना मुख्यमंत्री ने सदन को दी है. सीएम योगी ने कहा कि वह पिछली सरकार में मंत्री भी रहे. वो एक कुशल मंत्री के तौर पर उन्होंने काफ़ी काम किया था. प्रदेश की राजनीति में उनका अहम योगदान रहा है. इस दौरान योगी ने उनकी जीवन यात्रा के बारे में सदन को जानकारी दी. योगी ने उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की कामना की. (इनपुट विवेक राय)
उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र पूर्व राज्य मंत्री और भाजपा विधायक आशुतोष टंडन के निधन पर शोक संवेदना के साथ शुरू हुआ सीएम योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने श्रद्धांजलि अर्पित की.
अखिलेश यादव ने कहा कि जातीय जनगणना के बगैर समाजिक न्याय नहीं हो सकता है. 2024 के चुनाव में भी जातीय जनगणना मुद्दा रहेगा . यह सरकार नहीं चाहती की हम जनता से सवाल को उठायें. सबसे बड़ी बात यह है की सरकार विपक्ष का सामना नहीं करना चाहती है. सत्र का समय इसलिये कम रखा गया की सदन में चर्चा न हो. अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार रोजगार नहीं दे रही है. बिजली महंगी है. जानवर सड़क पर घूम रहे हैं. अभी तक धान खरीदने का कोई इतंजाम नहीं है.
विधानसभा सत्र से पहले सीएम योगी ने पत्रकारों से वार्ता की. उन्होंने कहा कि सदन की गरिमा सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को बनाए रखना है. सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं. सभी लोग पूरी तैयार के साथ सदन में मौजूद रहेंगे. मुझे भरोसा है कि विपक्षी दलों के नेता भी सदन की कार्यवाही को चलाने में योगदान देंगे.
सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि बिजली, पानी, सड़क, खेती -किसानी और कानून व्यवस्था के मोर्चे पर असफल हुई सरकार, अब इतनी निःशब्द है कि सदन में भी संवाद नहीं करना चाहती. सदन चलाने से भागती यह भाजपा सरकार!
उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि, ''अभी बैठक है, उसके बाद सत्र शुरू होगा. हमारी सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए काम कर रही है.विपक्ष के पास कुछ नहीं है. वे निराश हैं."
उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि, ''अभी बैठक है, उसके बाद सत्र शुरू होगा. हमारी सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए काम कर रही है.विपक्ष के पास कुछ नहीं है. वे निराश हैं."
बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा "विपक्ष को चर्चा के लिए सदन में जनता ने भेजा है. जनता ने आपको यहां प्रदर्शनकारियों के रूप में नहीं भेजा है. वे (विपक्ष) जनता के मुद्दों को उठाना नहीं चाहते हैं."
यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले बीजेपी और सहयोगी दलों की विधायक दल की बैठक हुई. सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केपी मौर्य मौजूद रहे.
यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि , "(विधानसभा के शीतकालीन सत्र में) कई महत्वपूर्ण विधेयक भी आएंगे. मुझे उम्मीद है कि सदन की कार्यवाही उचित तरीके से चलेगी. इसके अलावा डिप्टी सीएम ने कहा कि , "समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को वही पढ़ने को मजबूर होना पड़ता है जो समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव उनके लिए लिखते हैं."
बैकग्राउंड
UP Vidhan Sabha Winter Session Highlights: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 नवंबर 2023 से शुरू हो गया है. इस सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं. एक ओर जहां समाजवादी पार्टी कई मुद्दों पर सरकार को घेरने का मन बना चुकी है तो वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की सरकार भी जवाब देने के मूड में है. विपक्ष आज जातीय जनगणना, स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दे पर हंगामा कर सकता है.
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन बुधवार को वित्त वर्ष 2023-24 का अनुपूरक बजट पेश किया था. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की तरफ से सदन में 28 हजार 760 करोड़ 67 लाख रुपये का बजट प्रस्तुत किया गया था. सदन में अनुपूरक बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि वित्तीय वर्ष 23-24 में प्रस्तावित अनुपूरक बजट का आकार 28,760.67 करोड़ है. इसमें राजस्व लेखे का व्यय 1946.39 करोड़ रुपये है. पूंजी लेखे का व्यय 9,714 करोड़ रुपये है. प्रस्तावित अनुपूरक मांग मे नई मांग की कुल धनराशि 7,421.21 करोड़ रुपए के प्रस्ताव सम्मिलित हैं.
चालू योजनाओं में इसके लिए 21,339.46 करोड़ रुपए के प्रस्ताव हैं. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार प्रदेश के चतुर्मुखी विकास के लिए लगातार काम कर रही है. अनुपूरक बजट प्रदेश में विकास की गति को और रफ्तार देगा. सरकार की जो तमाम कार्य योजनाएं हैं, यह बजट उनको पूरा करेगा.
66 साल बाद योगी सरकार में विधानसभा सत्र नये नियमों के साथ संचालित हो रहा है. पिछले सत्र में ही बदलावों को अनुमति मिलने के बाद अब इस सत्र से इन्हें लागू कर दिया गया है. इसके अंतर्गत अब नेताओं को सदन में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं है. इसके अलावा सत्र के दौरान सदन में झंडा और बैनर ले जाने पर भी प्रतिबंध होगा.
वहीं यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "(विधानसभा के शीतकालीन सत्र में) कई महत्वपूर्ण विधेयक भी आएंगे. मुझे उम्मीद है कि सदन की कार्यवाही उचित तरीके से चलेगी. इसके अलावा डिप्टी सीएम ने कहा कि, "समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को वही पढ़ने को मजबूर होना पड़ता है जो समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव उनके लिए लिखते हैं."
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