UP Vidhan Sabha News: उत्तर प्रदेश में साल 2022 के चुनाव के बाद गठित विधानसभा का एक रिकॉर्ड सोमवार, 16 दिसंबर से शुरू शीतकालीन सत्र में टूट गया. इसकी जानकारी खुद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने दुखी मन से दी. विधानसभा का शीतकालीन सत्र जब शुरू हुआ तब समाजवादी पार्टी के विधायकों ने हंगामा किया. पहले तो हंगामा संभल के मुद्दे पर हुआ. इसके बाद बात आ गई योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल पर.
सपा विधायक पल्लवी पटेल इस मुद्दे पर अपनी बात रख रहीं थी. सत्र शुरू हुए कुल 21-22 मिनट ही बीते थे कि स्पीकर ने अपने चेयर से उठ कर कहा- 'देखिए मैं हाउस को व्यवस्थित रूप से चलाने की इच्छा थी. इन तीन सालों में कभी भी हाउस स्थगित नहीं हुआ है. इस नाते से कि सरकार जवाब देने को तैयार थी और विपक्ष सुनने को तैयार था. मैंने इसकी प्रशंसा की थी. अगर मुझे हाउस स्थगित करना पड़ा तो मैं हमेशा सख्ती करूंगा. मैं कोई भी बात नियम विपरीत नहीं करूंगा. अगर हाउस सिर्फ पुराने नियमों के अनुसार चले तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है. चलिए मैं हाउस को 12.20 तक स्थगित करता हूं.'
इसके बाद स्पीकर सतीश महाना वापस अपने चेंबर में चले गए. 12.20 के बाद सदन जब दोबारा शुरू हुआ तब फिर हंगामा शुरू हुआ. इसके बाद सतीश महाना ने सख्ती से हंगामे को रोका.
सपा और कांग्रेस विधायकों ने उठाया ये मुद्दा
इसके बाद सपा विधायक महबूब अली, कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने बहराइच, संभल के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरा. सपा विधायक महबूब अली ने कहा कि संभल में पुलिस ज़्यादती हुई. संभल के अधिकारी नये नये हैं. घटना को लखनऊ से कंट्रोल किया जा रहा था संभल की जामा मस्जिद पर पता नहीं इतनी नज़र क्यों है.
रामपुर खास से विधायक आराधना मिश्रा मोना ने बहराइच हिंसा और उसमें मारे गए युवक का मुद्दा उठाया.
'No You Are Not Allowed' आशीष पटेल के मुद्दे पर बोलने की कोशिश कर रहीं पल्लवी पटेल को स्पीकर ने रोका